Advertisment

Kundli Vishesh Yog: कुंडली में बेहद खतरनाक माने जाते हैं ये सात योग, कब बनते हैं, क्या असर होता है, जानें उपाय

Kundli Khatarnak Yog Kab Banta Kundli Vishesh Yog Chandal Grahan Shadyantra Yog sanket Upay Astro Hindi News: कुंडली में बेहद खतरनाक माने जाते हैं ये सात योग, कब बनते हैं, क्या असर होता है, जानें उपाय

author-image
Preeti Dwivedi
Kundli Vishesh Yog Astro News

Kundli Vishesh Yog Astro News

Kundli Vishesh Yog Chandal Grahan Shadyantra Yog sanket Upay Astro Hindi News:  हिन्दू ज्योतिष में कुंडली ज्ञान के माध्यम से कई जीवन के बारे में पता लगाया जाता है। कुंडली में कुछ ऐसे खतरनाक योग होते हैं जो व्यक्ति के जीवन में परेशानियों का बढ़ा देते हैं।

Advertisment

आज हम ज्योतिषाचार्य पंडित अनिल पांडे से जानेंगे कि आखिर कुंडली में ऐसे कौन से कष्टकारी 7 योग होते हैं जो आपके जीवन पर गंभीर असर डालते हैं।

1: ग्रहण योग 

Kundali Vishesh Yog astro news

कुंडली के किसी भी भाव में चंद्र के साथ राहु या केतु बैठे हों तो ग्रहण योग बनता है। यदि इस ग्रह स्थिति में सूर्य भी जुड़ जाए तो व्यक्ति की मानसिक स्थिति अत्यंत खराब रहती है। यानि उसका मस्तिष्क स्थिर नहीं रहता।

उसके द्वारा किए गए कार्य में बार-बार बदलाव होता है। साथ ही उसे बार-बार नौकरी और शहर भी बदलना पड़ता है। कई बार देखा गया है कि ऐसे व्यक्ति को पागलपन के दौरे तक पड़ जाते हैं।

Advertisment

दुष्परिणाम से बचने के उपाय:

ग्रहण योग का प्रभाव कम करने के लिए सूर्य और चंद्र की आराधना लाभ देती है। आदित्यहृदय स्तोत्र का नियमित पाठ करें। सूर्य को जल चढ़ाएं।

शुक्ल पक्ष के चंद्रमा के नियमित दर्शन करें। इसके अलावा कुंडली की पूर्ण जांच किसी योग्य ज्योतिषी से करवा कर माणिक्य और मोती धारण करना भी लाभदायक होगा।

2. चांडाल योग

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति के साथ राहु बैठा हो तो, दोनों की युति से कुंडली में चांडाल योग बनता है। इसे गुरु चांडाल योग भी कहते हैं । चांडाल योग से व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

Advertisment

इस योग का सर्वाधिक प्रभाव शिक्षा और धन पर होता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में चांडाल योग होता है वह शिक्षा के क्षेत्र में असफल होता है और कर्ज में डूबा रहता है। चांडाल योग का प्रभाव प्रकृति और पर्यावरण पर भी पड़ता है।

दुष्परिणाम से बचने के उपाय : 

चांडाल योग की निवृत्ति के लिए गुरुवार को पीली दालों का दान किसी जरूरतमंद मगर पवित्र व्यक्ति को करें। इस योग की शांति के लिए बृहस्पति की शांति के उपाय करने चाहिए। गुरुवार के दिन पीली चीजों का दान करना इस योग का एक निवारण है।

पीली मिठाई का भोग गणेशजी को लगाएं। स्वयं संभव हो तो गुरुवार का व्रत करें। एक समय भोजन करें और भोजन में पहली वस्तु बेसन की उपयोग करें। इसके अलावा कुंडली की पूर्ण जांच किसी योग्य ज्योतिषी से करवा कर पुखराज धारण करना भी लाभदायक होगा।

Advertisment

3. षड्यंत्र योग

लग्न भाव का स्वामी (लग्नेश) अगर अष्टम भाव में बिना किसी शुभ ग्रह के हो तो कुंडली में षड्यंत्र योग का निर्माण होता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग होता है उसकी धन-संपत्ति नष्ट होने की आशंका रहती है

। यह योग अत्यंत खराब माना जाता है। जिस स्त्री-पुरुष की कुंडली में यह योग हो वह अपने किसी करीबी के षड्यंत्र का शिकार होता है। धोखे से उसका धन-संपत्ति छीनी जा सकती है। इस योग के चलते कोई विपरीत लिंगी जातक भी इन्हें भारी मुसीबत में डाल सकता है।

दुष्परिणाम से बचने के उपाय :

इस दोष की निवृत्ति के लिए शिव परिवार का पूजन करें। सोमवार को शिवलिंग पर सफेद आंकड़े का पुष्प और सात बिल्व पत्र चढ़ाएं। शिवजी को दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं। 12000 महामृत्युंजय का जब भी इस कष्ट को दूर करने में लाभदायक होता है।

publive-image

4. भाव नाश योग :

जन्मकुंडली में जब किसी भाव का स्वामी त्रिक स्थान यानी छठे, आठवें और 12वें भाव में बैठा हो तो उस भाव के सारे प्रभाव नष्ट हो जाते हैं। उदाहरण के लिए यदि धन स्थान की राशि मेष है और इसका स्वामी मंगल छठे, आठवें या 12वें भाव में हो तो धन स्थान के प्रभाव समाप्त हो जाते हैं।

दुष्परिणाम से बचने के उपाय :

जिस ग्रह को लेकर भावनाशक योग बन रहा है, उससे संबंधित वार को हनुमानजी की पूजा करें। इसके अलावा किसी जानकार की सलाह पर ही उस ग्रह से संबधित रत्न धारण करके भाव का प्रभाव बढ़ाया जा सकता है।

5. अल्पायु योग :

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा पापी या क्रूर ग्रहों के साथ त्रिक स्थान (छठे, आठवें, बारहवें भाव) पर बैठा हो तो यह स्थिति कुंडली में अल्पायु योग का निर्माण करती है। जिस कुंडली में यह योग होता है, उस व्यक्ति के जीवन पर हमेशा संकट मंडराता रहता है। उसकी आयु भी कम हो सकती है।

दुष्परिणाम से बचने के उपाय : 

कुंडली में बने अल्पायु योग की निवृत्ति के लिए महामृत्युंजय मंत्र की एक माला रोज जपें। बुरे कार्यों से दूर रहें। दान-पुण्य करते रहें।

6. कुज योग :

मंगल जब लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में हो तो कुज योग बनता है। इसे मांगलिक दोष भी कहते हैं। जिस स्त्री या पुरुष की कुंडली में कुज दोष हो उनका वैवाहिक जीवन कष्टप्रद रहता है। इसीलिए विवाह से पूर्व भावी वर-वधु की कुंडली मिलाना आवश्यक है। यदि दूसरे पक्ष की की कुंडली में मांगलिक दोष का परिहार है तो ही विवाह किया जाना चाहिए।

दुष्परिणाम से बचने के उपाय :

मंगलदोष की समाप्ति के लिए पीपल और वटवृक्ष में नियमित जल अर्पित करें। लाल तिकोना मूंगा तांबे में धारण करें। मंगल के जाप करवाएं या मंगलदोष निवारण पूजन करवाएं।

7. विष योग

जन्म कुंडली में विष योग का निर्माण शनि और चंद्रमा की युति से होता है। इस योग के चलते व्यक्ति का जीवन नर्क के समान हो जाता है।
यह योग जातक के लिए बेहद कष्टकारी माना जाता है। नवग्रहों में शनि को सबसे मंद गति के लिए जाना जाता है और चंद्र अपनी तीव्रता के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन शनि अधिक पॉवरफुल होने के कारण चंद्र को दबाता है। इस तरह यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली के किसी स्थान में शनि और चंद्र साथ में आ जाए तो विष योग बन जाता है।

इसका दुष्प्रभाव तब अधिक होता है जब आपस में इन ग्रहों की दशा-अंतर्दशा चल रही हो। विष योग के प्रभाव से व्यक्ति जीवनभर अशक्तता में रहता है। मानसिक रोगों, भ्रम, भय, अनेक प्रकार के रोगों और दुखी दांपत्य जीवन से जूझता रहता है। यह योग कुंडली के जिस भाव में होता है उसके अनुसार अशुभ फल जातक को मिलते हैं।

दुष्परिणाम से बचने के उपाय : 

जिस जातक की कुंडली में या राशि में विष योग बना हो वे शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे नारियल फोड़ें। हनुमानजी की आराधना से विष योग में बचाव होता है। इसके अलावा 12000 महामृत्युंजय मंत्र के जब से भी करीब एक वर्ष के लिए विष योग का परिहार हो जाता है ।

[caption id="attachment_727937" align="alignnone" width="1280"]jyotish aacharya pandit anil pandy sagar jyotish aacharya pandit anil pandy sagar[/caption]

FAQ's

Que.कुंडली के सात सबसे खतरनाक योग कौन से हैं।

ग्रहण योग, चांडाल योग, षणयन्त्र योग, भाव नाश योग, अल्पायु योग या कुंज योग

Que.कुंडली के सात सबसे खतरनाक योग होने से क्या होता है।

ये योग जीवन में बहुत सारी बाधाएँ लाते हैं। इन्हें ज्योतिषीय उपायों से दूर किया जा सकता है।

Que.खतरनाक दोष दूर करे के लिए क्या करना चाहिए।

कुंडली के खतरनाक दोष दूर करने के लिए विषय विशेषज्ञ की सलाह से ज्योतिष उपाय करना चाहिए।

नोट: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता, अमल में लाने से प​हले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।

यह भी पढ़ें: Angarak Yog: पूरी तरह बर्बाद करके छोड़ता है ये योग, अगर आपकी भी राशि है कर्क, कुंभ, तो हो जाएं सावधान

jyotish upay remedies astro-hindi-news kundli vishesh yog grahan yog chandal yog bhav naash yog sanket yog asar
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें