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Kundali Yog: कुंडली का अष्टम भाव देता है बड़ा संकेत! जीवन-मृत्यु से है कनेक्शन, जानें इसके ज्योतिषीय मायने

Kundali Yog: कुंडली का अष्टम भाव देता है बड़ा संकेत! जीवन-मृत्यु से है कनेक्शन, जानें इसके ज्योतिषीय मायने

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Preeti Dwivedi
Kundali Yog: कुंडली का अष्टम भाव देता है बड़ा संकेत! जीवन-मृत्यु से है कनेक्शन, जानें इसके ज्योतिषीय मायने

Kundli Yog Ashtam Bhav: हिन्दू धर्म में भविष्य को पता करने के कई तरीके हैं। इन्हीं में से एक है ज्योतिष शास्त्र(Jyotish Shastra)। आज हम ज्योतिष शास्त्र में आपको बताएंगे कि कुंडली के किस भाव (Kundli Advan Bhav) में कौन सा ग्रह होता है जो मृत्यु के कारणों को बताता है।

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कुंडली का ये भाव बताता है मृत्यु का कारण

ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार कुंडली का अष्टम भाव (Ashtam Bhav) मृत्यु का भाव (Mrityu Bhav in Kundli) कहलाता है। इस भाव में बैठा ग्रह जातक की मृत्यु के कारणों के बारे में बताता है।

नौग्रहों के होते हैं नौ भाव

ज्योतिष के अनुसार कुंडली में नौ भावों में 12 ग्रहों की स्थिति (Kundali me Ashtam Bhav in hindi news) होती है। ये स्थिति जातक के जन्म के समय ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति पर और समय पर निर्भर करती है।

आठवें भाव में सूर्य, क्या हैं संकेत

जिन लोगों की कुंडली के आठवें भाव में सूर्य बैठा होता है उसे जीवन में अग्नि का भय होता है। यानी उसे अग्नि प्रकोपों से बचकर रहना चाहिए।

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आठवें भाव में चंद्रमा, क्या हैं संकेत

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में आठवें भाव में चंद्रमा हो तो उस जातक की मृत्यु का कारण (Jyotish) पानी बनता है। यानी हो सकता है उसकी मृत्यु पानी में डूबने, शरीर में पानी भरने आदि से हो जाए।

आठवें भाव में मंगल, क्या हैं संकेत

जब जातक की कुंडली में आठवें भाव में मंगल होता है तो ऐसा माना जाता है कि उसकी मृत्यु किसी शस्त्र यानी औजार, हथियार आदि से होने की आशंका होती है। इसका कारण दुर्घटना भी हो सकता है। यानी इस स्थिति में कहीं लोहा अगर शरीर को लगता है तो उससे जीवन को खतरा हो सकता है।

आठवें भाव में बुध, क्या हैं संकेत

ज्योतिषाचार्यों की मानें तो जिन जातकों की कुंडली के आठवें भव में बुध बैठा होता है तो वह बुखार से ग्रसित रहता है। साथ ही ये इसके जीवन में बुखार से भी जीवन को खतरे के संकेत हो सकते हैं।

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आठवें भाव में गुरु, क्या हैं संकेत

अगर व्यक्ति के कुंडली के आठवें भाव में गुरु होता है तो ऐसे में व्यक्ति के जीवन में पेट की समस्या बनी रहती है। यही बीमारी उसके जीवन के लिए खतरें की घंटी हो सकती है।

आठवें भाव में शुक्र, क्या हैं संकेत

जब आठवें भाव में शुक्र ग्रह विराजमान होते हैं तो उस स्थिति में व्यक्ति की मृत्यु पानी की कमी या प्यास के कारण मानी जाती है।

आठवें भाव में शनि, क्या हैं संकेत

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब मृत्यु भाव यानी आठवें भाव में शनि होता है तो उस स्थिति में व्यक्ति की मृत्यु भोजन न मिलने के कारण हो सकती है।

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डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।

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