नई दिल्ली। नेट नहीं चल रहा, इंटरनेट काम नहीं कर रह़ा………..ये लाइन अक्सर आपने हर किसी के मुंह से सुनी होगी। लेकिन क्या आपको पता है कि ये इंटरनेट होता क्या है, ये काम कैसे करता है, इसका मालिक कौन है। तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि आखिर ये इंटरनेट काम करता कैसे है। कैसे मात्र एक वॉइस सर्च करने पर सारी जानकारी एक सेकेंड में आपके सामने आ जाती है।
क्या है इंटरनेट, कैसे पैदा हुआ?
इंटरनेट (Internet) को साधारण भाषा में कहें तो जो आंतरिक रूप से कनेक्ट होता है। यह एक तरह का ग्लोबल नेटवर्क है, जो कई कंप्यूटर को आपस में जोड़ता है। इसे आप कई कंप्यूटर्स का जाल कह सकते हैं। जो राउटर और सर्वर के माध्यम से आपस में जुड़े हुए हैं। यह विश्व का सबसे बड़ा नेटवर्क है। जिसमें इन्फॉरमेशन और डेटा के आदान-प्रदान के लिए ट्रांसफर प्रोटाेकाॅल का यूज इस्तेमाल किया जाता है।
कब से शुरू हुआ इंटरनेट
वर्ष 1969 के दिन कुछ कंप्यूटर्स को जोड़ कर एक नेटवर्क तैयार किया गया था। युद्ध के दौरान मैसेज भेजने के लिए इसे अमेरीकी सेना विभाग ने Massachusetts Institute of Technology के साथ मिलकर Advance Research Project Agency Network नाम से डेवलप किया था।
कौन है फादर ऑफ इंटरनेट
वर्ष 1970 में Robert E Kahn और Vint Cerf ने Internet Protocol Suite (TCP/IP) को विकसित किया। जो कि ARPANET में यही डेटा और फाइल ट्रांसफर के लिए यह जरूरी स्टैंडर्ड इंटरनेट प्रोटोकॉल बन गया। इसलिए Robert E Kahn और Vint Cerf को ही फादर ऑफ इंटरनेट कहा जाता है। समय के साथ इंटरनेट विकसित होता चला गया। धीरे—धीरे 2G, 3G, 4G और आज 5G टेक्नोलॉजी आ चुकी है।
कहां और कैसे बनता है इंटरनेट?
इंटरनेट के माध्यम से मिलने वाली सूचनाएं जहां स्टोर रहती हैं, उसे सर्वर कहा जाता है। ये 24 x 7 ऑन रहते हैं। जो वेब होस्टिंग कंपनियां होती है वह सर्वर की सुविधा देती हैं। दुनियाभर के सर्वर, एक—दूसरे से फाइबर ऑप्टिक्स केबल द्वारा जुड़े होते हैं। इन केबल्स की मोटाई बालों से भी पतली होती है। जो कॉॅफी स्पीड से डेटा ट्रांसफर की क्षमता रखता है।
इंटरनेट का मालिक कौन है?
आपने कभी सोचा है कि आप अपने मोबाइल, लैपटॉप या कंप्यूटर में जो इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं, उसका मालिक कौन है? बीएसएनएल, एयरटेल, जियो, वोडाफोन (BSNL, Jio, Airtel, Vodafone) वगैरह तो सर्विस प्रोवाइडर हैं, जिन्हें आप नेट पैक के लिए पैसे देते हैं। ये इंटरनेट के असली मालिक नहीं हैं। सरकार भी इंटरनेट की मालिक नहीं है। यह किसी एक व्यक्ति, एक कंपनी, संस्था या सरकारी एजेंसी की संपत्ति नहीं है। न ही कोई इसे सीधे तौर पर नियंत्रित करता हैं। इंटरनेट पर किसी अकेली संस्था या संगठन का नियंत्रण और मालिकाना हक नहीं है, बल्कि यह सामूहिक मिल्कियत की चीज है। इंटरनेट एक सामूहिक रूप से मिलकर काम करने वाली चीज है। इसके विपरीत कोई भी कंपनी या संस्था अपने—अपने नेटवर्क को व्यवस्थित रखने के लिए जिम्मेदार होती है।
ये तय करते हैं गाइडलाइन
कुछ एजेंसी सलाह जारी कर, इसके स्टैंडर्ड्स तय कर इसे सुचारू रखने में मदद करती हैं। वर्ल्ड वाइड वेब कंसोर्टियम (World Wide Web Consortium) इंटरनेट के विभिन्न क्षेत्रों के लिए गाइडलाइन, स्टैंडर्ड और रिसर्च करने वाला समूह है। न की मालिक। इस तरह इंटरनेट का कोई एक मालिक नहीं है।