Benefits provided to an MP: बीते शुक्रवार को राहुल गांधी से उनसे सांसदी छीन ली गई। यानी अब वह संसद में बैठने के लिए अयोग्य है। अगर उनकी संसद की सदस्यता लंबे समय तक निरस्त रहती है तो संभव है कि उनके केरल के वायनाड सीट पर उपचुनाव करवाए जा सकते है।
बता दें कि सूरत कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पीएम मोदी के सरनेम पर टिप्पणी करने का दोषी ठहराया था। जिसके बाद सांसद को 2 साल की सजा भी सुनाई गई थी। जिसके बाद शुक्रवार को उन्हें अपनी लोकसभा सीट भी गंवानी पड़ी। सांसद पद से हटते ही उन्हें दी जा रही कई सुविधाएं छीन ली जाएगी। तो आईए जानते है कि एक सांसद को क्या -क्या सुविधाएं दी जाती है?
सांसद को मिलने वाली सुविधाएं
बता दें कि एक सांसद अपने पूरे कार्यकाल के दौरान लाइसेंस-शुल्क फ्री आवास या छात्रावास सुविधा का हकदार होता है। वे सामान्य लाइसेंस शुल्क का भुगतान करने के बाद बंगला की तरह के आवास का लाभ उठा सकते हैं। आवासों का आवंटन एक निर्धारित मानदंड के आधार पर आवास उप-समिति द्वारा किया जाता है। पानी और बिजली के बिलों पर एक निश्चित सीमा तक छूट दी गई है।
मौद्रिक सीमा के भीतर फर्नीचर, सोफा कवर और पर्दे की समय-समय पर धुलाई और सुधार या परिवर्धन के लिए किराए में छूट कुछ अन्य आवासीय सुविधाएं हैं।
संसद सदस्यों के वेतन, भत्ते और पेंशन (संशोधन) अधिनियम, 2010 के अनुसार, उन्हें 50,000 रुपये मासिक वेतन मिलता है। उन्हें संसद सत्र में भाग लेने के लिए दैनिक भत्ते के रूप में ₹2,000 भी मिलते हैं। इसके साथ ही उन्हें प्रति माह 45,000 रुपये का निर्वाचन क्षेत्र भत्ता भी मिलता है।
सांसदों को एक सत्र में भाग लेने के लिए यात्रा सहित अपने कर्तव्यों से संबंधित व्यवसायों का संचालन करने के लिए यात्रा भत्ता मिलता है। उदाहरण के लिए, उन्हें ट्रेन से एक एग्जीक्यूटिव क्लास या फर्स्ट क्लास एसी पास मिलता है, किसी भी एयरलाइन का एक और एक चौथाई हवाई किराया और सड़क मार्ग से ₹16 प्रति किलोमीटर की यात्रा मिलती है।
प्रत्येक सदस्य को उनके रिश्तेदारों के साथ हर साल कुल 34 एकल हवाई यात्रा की अनुमति है। एक सांसद को ऑफिस खर्च के रूप में प्रति माह ₹45,000 भी मिलते हैं, जिसमें स्टेशनरी और डाक खर्च के लिए ₹15,000 शामिल हैं।