Ram Mandir Pran-Pratistha: अयोध्या में 16 जनवरी से शुरू हुए प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का रविवार 21 जनवरी को छठवां दिन है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गईं। अब 23 जनवरी तक सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा में बुलाए गए मेहमानों को ही पास दिखाकर एंट्री मिलेगी।
उधर, अयोध्या को 2000 क्विंटल फूलों से सजाया जा रहा है। आज शाम की आरती के बाद अनुष्ठान पूरे हो जाएंगे।
वहीं, आज शाम को रामलला की पुरानी प्रतिमा (रामलला विराजमान, जिनकी पूजा हो रही है) को राम मंदिर ले जाया जाएगा। रामलला के साथ उनके तीनों भाई, हनुमान और शालिग्राम भी रहेंगे।
प्राण प्रतिष्ठा के लिए पीएम मोदी 22 जनवरी को ही अयोध्या आएंगे। वे यहां चार घंटे रुकेंगे। पहले उनके 21 जनवरी को अयोध्या आने की चर्चाएं थीं।
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22 जनवरी का शेड्यूल
22 जनवरी को दोपहर 12:05 बजे से मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा, जिसमें प्रधानमंत्री शामिल होंगे।
इस दौरान करीब 7,000 VIP यात्री मंदिर प्रांगण में मौजूद होंगे। प्रोग्राम का सीधा प्रसारण दूरदर्शन पर किया जाएगा। ये प्रसारण दुनियाभर में भारतीय दूतावासों समेत सभी अहम मंदिरों में भी किया जाएगा।
दोपहर 1 बजे प्रधानमंत्री अयोध्या में जनसभा करेंगे और दोपहर 2:15 बजे शिव मंदिर में दर्शन और पूजा होगी।
आम दिनों में दर्शन टाइमिंग
23 जनवरी से मंदिर आम लोगों के लिए खुल जाएगा। इस दौरान टाइमिंग कुछ इस तरह रहेगी।
अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन समारोह: दर्शन टाइमिंग
श्रद्धालु अयोध्या राम मंदिर में सुबह 7 बजे से 11:30 बजे और दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक दिव्य दर्शन कर सकेंगे।
ट्रैफिक रेगुलेशंस जारी
शुक्रवार को आधी रात से अयोध्या में ट्रैफिक प्रतिबंध लागू हो गए हैं। अयोध्या के आसपास से होकर निकलने वाले रास्तों को डायवर्ट किया जा रहा है।
लखनऊ, गोंडा, बस्ती, सुलतानपुर जैसे इलाकों से आने वाले वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है। वहीं शहर में निजी वाहनों को एंट्री पास के जरिए मिल रही है।
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आरती टाइमिंग
जागरण/श्रृंगार आरती: 6:30 AM
भोग आरती: 12 PM
सांध्य आरती: 7:30 PM
कैसे करें दर्शन बुकिंग
श्रद्धालुओं को दर्शन टाइम स्लॉट के हिसाब से होंगे। ऐसे में वे ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग करवा सकते हैं। इसके लिए आपको Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra वेबसाइट पर जाकर अपने मोबाइल नंबर को रजिस्टर कर OTP जेनरेट करना होगा, जिससे आप लॉगिन हो पाएंगे।
इसके बाद माय प्रोफाइल में जाएं और आरती या दर्शन के लिए स्लॉट बुकिंग का ऑप्शन चुनें, यहां अपनी तारीख और आरती टाइमिंग दर्ज करें। फिर आप आरती के पहले मंदिर में काउंटर से अपना पास ले सकते हैं।
सेम डे बुकिंग उपलब्ध स्लॉट्स पर निर्भर करती है। इसके लिए आरती शेड्यूल के 30 मिनट पहले कैंप ऑफिस पहुंचे। साथ में एक सरकारी आईडी भी ले जाएं।
60 देशों में हो रहे कार्यक्रम, पेरिस में एफिल टावर तक यात्रा
जानकारी के मुताबिक विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी और जापान समेत करीब 60 देशों में राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। इसके तहत 22 जनवरी को राम यात्रा निकाली जाएगी।
कुल मिलाकर 200 से ज्यादा जगहों पर कार्यक्रम हो रहा है। पेरिस में एफिल टावर तक राम यात्रा निकाली जा रही है। कई जगहों पर छोटे कार्यक्रम भी हो रहे हैं। न्यूयॉर्क में टाइम्स स्क्वॉयर में बड़ी स्क्रीन पर कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
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प्राण प्रतिष्ठा में ये महंत मौजूद रहेंगे
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी दास जी महाराज, महंत महेश्वर दास, उदासीन आश्रम अयोध्या के महंत डॉ। भरत दास महाराज, महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश, महंत त्रिभुवन दास, स्वामी पुष्करानंद, महंत जुनेंद्र मुनि, कोठारी राघवेंद्र, महंत महेश्वर दास आदि उदासीन संप्रदाय के महंत उदासीन ऋषि आश्रम रानोपाली अयोध्या पहुंच चुके हैं।
ये सभी 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे।
प्राण प्रतिष्ठा में जरूरी हैं ये 3 काम
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास बताते हैं कि 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे। प्रभु राम अपने सिंहासन पर जब विराजमान होंगे उसके पहले तक आंख में पट्टी रहेगी और जब प्राण प्रतिष्ठा का पूरा कार्य संपन्न हो जाएगा तब पट्टी खोली जाएगी।
उसके बाद मुख्य यजमान प्रधानमंत्री मोदी विराजमान रामलला की आंखों की पट्टी खोलेंगे और उसके बाद आईना दिखाया जाएगा। इस दौरान रामलला को काजल भी लगाया जाएगा। यह तीन काम बहुत महत्वपूर्ण है जिसमें सबसे पहले काम है पट्टी हटाना दूसरा काम है शीशा दिखाना और तीसरा काम है काजल लगाना ।
सरयू से जल से शुद्ध होगा मंदिर, लगाया जाएगा 56 भोग
प्राण प्रतिष्ठा से पहले सरयू नदी से जल लाकर मंदिर को शुद्ध किया जाएगा। राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास के मुताबिक 15 से ही अनुष्ठान शुरू हो गया था । रामलला को 56 भोग लगाया जाएगा।
मुख्य पुजारी के मुताबिक जब भगवान राम लंका विजय कर अयोध्या लौटे थे उस दिन अयोध्या के हर घर में भोग बना था। इसीलिए 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में 56 भोग लगाने का कार्यक्रम रखा गया है।
कौन से अतिथि पहुंच रहे हैं अयोध्या
अनुमान के मुताबिक 22 जनवरी के कार्यक्रम के लिए लाखों की संख्या में लोग पहुंच सकते हैं। वहीं 7,000 से अधिक प्रतिष्ठित लोगों को न्योता भेजा गया है। इनमें खेल, फिल्म, राजनीति, उद्योग जगत, पत्रकारिता समेत तमाम क्षेत्र के लोग शामिल हैं।
कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, UP के CM, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, योगी आदित्यनाथ और आनंदीबेन पटेल के साथ केंद्रीय और तमाम राज्यों के कई मंत्री हिस्सा लेंगे।
उद्योग जगत से गौतम अदाणी, रतन टाटा, मुकेश अंबानी, कुमार मंगलम बिड़ला, अनिल अग्रवाल और नारायण मूर्ति को न्योता भेजा गया है।
फिल्मी हस्तियों में बॉलीवुड के साथ साउथ की फिल्मों के भी कई सितारे शामिल होंगे। जिन लोगों को न्योता भेजा गया है उनमें मोहनलाल, रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, माधुरी दीक्षित, चिरंजीवी, अक्षय कुमार, धनुष, रणबीर कपूर, अजय देवगन, जैकी श्रॉफ, सनी देओल समेत अन्य लोग शामिल हैं।
वहीं सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, धोनी, दीपिका कुमारी और आर अश्विन जैसे क्रिकेटर्स को भी निमंत्रण भेजा गया है। समारोह में करीब 100 विदेशी प्रतिनिधि भी हिस्सा लेंगे।
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अयोध्या के जश्न में कॉरपोरेट भी शामिल
इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी हर कोई बनना चाहता है, आम इंसान से लेकर बड़े बड़े बिजनेसेज अयोध्या में अपने स्तर पर कुछ न कुछ योगदान दे रहे हैं। कोई फ्री में पानी की बोतलें बांट रहा है, तो कोई कंपनी अपनी कमाई का हिस्सा दान में दे रही है।
डाबर इंडिया ने 31 जनवरी तक अपने जितने भी प्रोडक्ट्स बेचेगी, उससे जो भी आय होगी उसका एक हिस्सा श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दान में देगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी पानी बांटने के स्टॉल लगाए हैं, कंपनी वहां आने वाले लोगों को फ्री में पानी के पैकेट बांटेगी।
7 दिनों तक अदाणी विल्मर के ब्रैंड फॉर्च्यून ने 25,000 जलेबियों के वितरण की योजना बनाई है। ये जलेबियां फॉर्च्यून लोगो ‘ब्लूम’ के आकार की होंगी। फॉर्च्यून एक स्पेशल पकोड़ा प्लेटर लेकर आएगा, जिसे खासतौर पर ब्रैंड के प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बनाया जाएगा। इसके अलावा 5000 लोगों के लिए एक फॉर्च्यून मेगा-भोग का भी आयोजन किया जाएगा।
कितना बड़ा है राम मंदिर
अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाते वक्त हर छोटी और बड़ी बात का ख्याल रखा गया है। पहले चरण का काम पूरा हो चुका है। मंदिर का तीन मंजिला निर्माण किया गया है। हर मंजिल की उंचाई 20 फीट है। मंदिर निर्माण में 4000 से ज्यादा मजदूर लगे।
मंदिर परिसर की कुल भूमि 2। 7 एकड़
मंदिर निर्माण का एरिया 57,400 स्क्वायर फीट
मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 360 फीट
चौड़ाई 235 फीट
भूतल से गर्भ ग्रह के शिखर की ऊंचाई 161 फीट
भूतल से मंदिर का फर्श 16। 5 फीट
मंदिर परिसर में 392 खंभे और 44 द्वार
खंभों व दीवारों पर देवी देवताओं की मूर्तियां
ग्राउंड फ्लोर पर कुल 160 खंभे
फर्स्ट फ्लोर पर 132 खंभे
सेकंड फ्लोर पर 74 खंभे
मंदिर परिसर में कुल 12 गेट
राम मंदिर में क्या-क्या है खास
फर्स्ट फ्लोर पर श्रीराम दरबार
मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बालरूप
20*20 फीट का अष्टकोणीय आकार का गर्भगृह
पूर्व दिशा से मंदिर में एंट्री (32 सीढ़ियां चढ़कर सिंहद्वार)
मंदिर के चारों ओर आयताकार परकोटा
परकोटा की लंबाई 732 मीटर, चौड़ाई 14 फीट
चारों परकोटा पर चार मंदिर- सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति और भगवान शिव
उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा का मंदिर
दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर
दक्षिण पश्चिमी हिस्से में नवरत्न कुबेर टीला पर जटायु प्रतिमा
मंदिर में 5 मंडप- नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप, कीर्तन मंडप
राम मंदिर परिसर में सुविधाएं
दिव्यांग और वृद्धों के लिए रैम्प व लिफ्ट
मंदिर परिसर में अपना पॉवर स्टेशन
सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट, अग्निशमन के लिए पानी की व्यवस्था
भक्तों का सामान रखने के लिए लॉकर व चिकित्सा की सुविधा
स्नानागार, शौचालय, वॉश बेसिन की सुविधा
मंदिर निर्माण में किस किस चीज का हुआ इस्तेमाल
मंदिर निर्माण में लोहे का बिल्कुल नहीं हुआ इस्तेमाल
पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे का इस्तेमाल
मंदिर के नीचे 14 मीटर मोटी आरसीसी
धरती के ऊपर बिल्कुल भी कंक्रीट नहीं
मंदिर को नमी से बचाने के लिए 21 फीट ऊंची प्लिंथ ग्रेनाइट
तेज तीव्रता वाले भूकंप से भी कोई खतरा नहीं
1000 साल तक भवन टिकने की उम्मीद
राम मंदिर में गोल्ड से बनीं चीजें
राम मंदिर परिसर में कुल 12 दरवाजे हैं जहां से भक्त प्रवेश करेंगे। यहां सोने से चमचमाते दरवाजे नजर आएंगे। सभी पर सोने की मोटी परत चढ़ी है। ये दरवाजे सागौन की लकड़ी से बने हैं जो कई सालों तक खराब नहीं होती। इन पर हाथी, शंख, चक्र और गदे से कलाकारी हुई है।
प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन रामलला को 108 सोने के सिक्कों से बना एक हार पहनाया जाएगा। रामलला की चरण पादुकाएं चांदी और सोने की होंगी। उनका वजन करीब 1 किलो होगा। रामलला का सिंहासन करीब 8 फुट लंबा होगा। मुकुट से लेकर जेवरात भी सोने के होंगे। इसके अलावा देशभर के तमाम लोगों ने सोने और चांदी की चीजें राम मंदिर में भेंट करने का ऐलान किया है।
परिसर में कितने और मंदिर
जन्मभूमि परिसर में मुख्य मंदिर के अलावा 7 और मंदिर बनाए जा रहे हैं। इनमें श्रीराम के गुरु ब्रह्मर्षि वशिष्ठ, ब्रह्मर्षि विश्वामित्र, महर्षि वाल्मीकि, अगस्त्य मुनि, रामभक्त केवट,निषादराज और माता शबरी के मंदिर शामिल हैं, हालांकि इनका निर्माण 2024 अंतक तक पूरा हो जाएगा।
गर्भगृह तक किस दिशा से जाएं
गर्भगृह में रामलला के दर्शन करने के लिए सबसे पहले आपको पूर्व दिशा में बने सिंह द्वार से भीतर जाना होगा। यहां से 32 सीढियां चढ़कर रंग मंडप पहुंचेंगे। रंग मंडप में भगवान राम के जीवन से जुड़े चित्र और किरदार दीवारों पर उकेरे गए हैं। थोड़ा आगे चलेंगे तो नृत्य मंडप आएगा।
नृत्य मंडप में देवी देवताओं और रामायण की चौपाइयों को पत्थरों पर उकेरा गया है। यहां से आगे बढ़ने पर रामलला के गर्भ गृह में पहुंच जाएंगे।
प्राण प्रतिष्ठा और राम मंदिर के लिए कहां से क्या-क्या आया?
लखनऊ के सब्जी विक्रेता अनिल कुमार साहू ने एक ऐसी वर्ल्ड क्लॉक बनाकर रामलला को समर्पित की है जो एक साथ 9 देशों का समय बताती है।
मां सीता की जन्मभूमि जनकपुर (नेपाल) से तीन हजार से ज्यादा उपहार, आभूषण और कपड़े अयोध्या आए
श्रीलंका का एक प्रतिनिधिमंडल ने महाकाव्य रामायण में वर्णित अशोक वाटिका की एक चट्टान भेंट की
गुजरात के वडोदरा में 108 फीट लंबी अगरबत्ती आई, जिसका वजन 3610 किलो है और लगभग 3। 5 फीट चौड़ी है
हैदराबाद से भगवान राम के प्रति अटूट भक्त चल्ला श्रीनिवास शास्त्री सोने की परत चढ़े खड़ाऊं भेंट करने के लिए पैदल ही अयोध्या पहुंचे
वडोदरा के रहने वाले किसान अरविंदभाई मंगलभाई पटेल ने पंचधातु से बना 1100 किलो वजन का विशाल दीपक भेंट किया है।
अलीगढ़ के ताला बनाने वाले सत्य प्रकाश शर्मा ने 400 किलो का ताला-चाबी तैयार किया है, इसे दुनिया का सबसे बड़ा ताला और चाबी बताया जा रहा है
नागपुर के शेफ विष्णु मनोहर प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले भक्तों के लिए 7000 किलो पारंपरिक मिठाई ‘राम हलवा’ बनाएंगे
मथुरा में श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने ‘यज्ञ’ के लिए 200 किलो लड्डू अयोध्या भेजा
तिरूपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर के आधिकारिक ट्रस्ट ने राम भक्तों के लिए एक लाख लड्डू अयोध्या भेजेगा
मंदिर की टाइमिंग और कितना है टिकट खर्च
राम मंदिर में हर दिन दर्शन करने का समय सुबह 7 बजे से 11:30 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक रहेगा। कुछ खास अवसरों और त्योहारों पर समय बदल सकता है। श्रृंगार आरती का समय सुबह 6:30 बजे का है। भोग आरती दोपहर 12 बजे और संध्या आरती शाम 7:30 बजे होगी।
अयोध्या राम मंदिर में सभी भक्तों के लिए दर्शन बिल्कुल फ्री है। मगर अगर आप भगवान राम के नजदीक और अच्छे से दर्शन करना चाहते हैं, तो इसके लिए स्पेशल दर्शन टिकट लेना होगा। श्रद्धालु श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (SRJTKT) की आधिकारिक वेबसाइट srjbtkshetra। org से ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।
अयोध्या राम नगरी कैसे जाएं
अयोध्या रामनगरी जाने के लिए सभी तरह के साधन उपलब्ध है। श्रद्धालु कभी भी अपनी श्रृद्धा के अनुसार बस, रेल, हवाई मार्ग से जा सकते हैं। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (USRTC) की तमाम बसें अयोध्या और पड़ोसी शहरों जैसे लखनऊ, फैजाबाद, गोरखपुर के बीच चलती हैं।
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