Gujarat Foundation Day: आज गुजरात राज्य का स्थापना दिवस है. गुजरात के 63वें स्थापना दिवस समारोह का भी हर जगह आयोजन हो रहा है. इसी दिन केंद्र सरकार ने भाषा के आधार पर दो राज्यों की स्थापना की और बॉम्बे स्टेट यानी ग्रेटर मुंबई को दो राज्यों गुजरात और महाराष्ट्र में बांटा गया. इसीलिए इस दिन को गुजरात दिवस, गुजरात स्थापना दिवस या गुजरात गौरव दिवस भी कहा जाता है.
गुजरात की स्थापना कैसे हुई?
साल 1956 में जब आंध्र प्रदेश को अलग राज्य का दर्जा मिला तो ग्रेटर मुंबई भी भाषा के आधार पर अलग राज्य की मांग करने लगा था. इसके लिए एक बड़ा आंदोलन चलाया गया. इस आंदोलन को महागुजरात आंदोलन कहा जाता है. इस आंदोलन के प्रमुख प्रणेता इंदुलाल याग्निक थे जिन्हें प्यार से इंदुचाचा भी कहते हैं.
गुजरात की स्थापना में महागुजरात आंदोलन की भूमिका
गुजराती भाषी क्षेत्रों को महागुजरात राज्य घोषित करने के लिए ही महागुजरात आंदोलन शुरू किया गया था. आंदोलन वास्तव में विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा शुरू किया गया था और जल्द ही यह आंदोलन ‘महा गुजरात आंदोलन’ में बदल गया. इंदुलाल याग्निक महागुजरात आंदोलन के प्रमुख नायक थे. उन्होंने साल 1956 में एक स्वतंत्र गुजरात राज्य के लिए आंदोलन को गति दी.
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अलग राज्य की मांग के समय कौन थे पीएम
साल 1955-56 के आसपास अलग गुजरात राज्य की स्थापना की इच्छा को बल मिला. उस समय जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे. शुरू में उन्होंने इस मांग को अनसुना कर दिया लेकिन जब गुजरात में अलग राज्य की मांग जोर पकड़ने लगी तो केंद्र और तत्कालीन बंबई राज्य सरकार को यह मांग माननी पड़ी. इसके साथ ही, राज्य 1 मई के दौरान अस्तित्व में आया. वह भाग जहाँ गुजराती भाषा बोली जाती थी. इसे गुजरात का हिस्सा बना दिया गया और जिस हिस्से में मराठी भाषा बोली जाती थी उसे महाराष्ट्र कहा जाने लगा.
गुजरात कब अस्तित्व में आया?
गुजरात के सपने को साकार करने के लिए इंदुलाल याग्निक द्वारा शुरू किया गया महा-गुजरात आंदोलन, तत्कालीन मुंबई राज्य से अलग राज्य के रूप में गुजरात की स्थापना के लिए सितंबर-1956 में महा-गुजरात जनता परिषद का गठन करके, 1 मई 1960 को सफल हुआ. साल 1960 में, केंद्र सरकार ने ‘राज्य पुनर्गठन अधिनियम -1956’ के आधार पर मुंबई राज्य को दो अलग-अलग राज्यों में विभाजित किया. केंद्र सरकार ने द्विभाषी राज्य मुंबई के विभाजन के लिए विधेयक पारित किया. तब सौराष्ट्र और कच्छ सहित अलग गुजरात राज्य का सपना साकार हुआ.
गुजरात के पहले मुख्यमंत्री कौन बने?
गुजरात राज्य की स्थापना के साथ ही डॉ. जीवराज नारायण मेहता को राज्य का पहला मुख्यमंत्री बनाया गया और अहमदाबाद राज्य की पहली राजधानी बना. राज्य के पहले राज्यपाल मेहंदी नवाज जंग थे. उस समय राज्य में 17 जिले थे और अब 33 जिले हैं. बता दें कि गुजरात-महाराष्ट्र स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विट के ज़रिये सभी देशवासियों को बधाई दी हैं.
ગુજરાત સ્થાપના દિવસની હાર્દિક શુભેચ્છાઓ….! ગુજરાત રાજ્યએ તેના સર્વાંગી વિકાસની સાથે-સાથે તેની આગવી સંસ્કૃતિને કારણે એક અનન્ય ઓળખ ઊભી કરી છે.
હું પ્રાર્થના કરું છું કે રાજ્ય આગામી વર્ષોમાં વિકાસની નવી ઊંચાઈઓ સર કરતું રહે.
જય જય ગરવી ગુજરાત !
— Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2023
Best wishes on Maharashtra Day. The state is blessed with a great culture and hardworking people who have enriched national progress across different sectors. I pray for the continued progress of Maharashtra in the years to come.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 1, 2023
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