नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण ने हमारी जिंदगी को पूरी तरीके से बदल कर रख दिया है। हमने अब जीवन जीने का एक नया तरीका सीखा है। कोरोना आने के बाद शुरूआत में तो लोग अपने घरों में कैद हो गए थे। लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद, लोगों ने अब सुरक्षित रहने का रास्ता खोज लिया है। इसी कड़ी में हवाई यात्रा पर अब कोई ब्रेक ना लगे, इससे बचने के लिए एक नए तरीके का इजाद हुआ है।
इस पासपोर्ट के साथ हवाई सफर कर सकते हैं
अब हवाई यात्रा के लिए वैक्सीन पासपोर्ट का तरीका सामने आया है। यानी इसके नाम से ही स्पष्ट है कि एक ऐसा पासपोर्ट जो कोरोना वैक्सीन से जुड़ा है। जो लोग कोरोना की वैक्सीन ले चुके हैं। वो इस पासपोर्ट के साथ हवाई सफर कर सकते हैं। ये एक प्रकार का सर्टिफिकेट है जो बताता है कि आप कोरोना का टीका ले चुके हैं। यानी अब आप अन्य लोगों के लिए खतरा नहीं
इजरायल ने लागू किया कॉनसेप्ट
पिछले महीने ही इस कॉनसेप्ट को इजरायल में लागू किया गया है। यानी इजरायल दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने वैक्सीन पासपोर्ट जारी कर लोगों को हवाई सफर की इजाजत दी है। इस पासपोर्ट को लेकर यात्री अपने देश के अंदर कही भी जैसे होटल, जिम और रेस्टोरेंट में बेहिचक जा सकते हैं। बतादें कि वैक्सीन पासपोर्ट येलो कार्ड की तरह होता है। जिस भी व्यक्ति के पास ये कार्ड है यानी उसने येलो फीवर के खिलाफ वैक्सीन ले लिया है।
वैक्सीन पासपोर्ट वालों को ही अफ्रीका से भारत में मिलेगी एंट्री
भारत और अमेरिका में अफ्रीकी देशों से आने वाले नागरिकों को इस पासपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। ये पासपोर्ट असली पासपोर्ट की तरह नहीं होता लेकिन ये एक प्रकार का सर्टिफिकेट है कि आपने कोरोना का टीका लगवा लिया है। वहीं जानकारों की माने तो इस साल वैक्सीन पासपोर्ट हमारे अहम दस्तावेजों में शामिल हो जाएगा। क्योंकि एयरलाइस कंपनियां किसी भी चूक से बचने के लिए कोरोना पासपोर्ट को एक बड़ा जरिया बनाने जा रही हैं। हालांकि अभी दुनिया के कुछ ही देश हैं जहां वैक्सीन पासपोर्ट को शुरू किया गया है। इन देशों में आइसलैंड, डेनमार्क, इजरायल और हंगरी का नाम शामिल है।
इसके कई फायदे हैं
जानकारों की मानें तो वैक्सीन पासपोर्ट के कई फायदे हैं। इससे ठप पड़े टूरिज्म और एविएशन सेक्टर को मदद मिलेगी। साथ ही कोरोना के चलते जिन सेक्टरों में ताला लटका है उसे बचाया जा सकेगा। साथ ही साथ जो लोग वैक्सीन ले चुके हैं, वे हवाई सफर की मदद से अपना कामकाज जारी रख सकेंगे और उन्हें क्वारनटीन भी नहीं किया जाएगा।