देहरादून। उत्तराखंड में 14 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका देते हुए पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री किशोर उपाध्याय बृहस्पतिवार को राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए । भाजपा के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में उपाध्याय ने पार्टी का दामन थामा । भाजपा ने अभी तक टिहरी सीट पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है और इस बात की चर्चा जोरों पर है कि उन्हें टिहरी से चुनावी समर में उतारा जा सकता है । उपाध्याय पूर्व में दो बार टिहरी से विधायक रह चुके हैं जबकि नारायण दत्त तिवारी के नेतृत्व में बनी प्रदेश की पहली निर्वाचित सरकार में वह उद्योग राज्य मंत्री थे । किशोर वर्ष 2014 से 2017 तक उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे । उन्होंने वर्ष 2002 और 2007 में टिहरी सीट से जीत दर्ज की थी ।
उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था
हांलांकि, 2012 में अगला चुनाव वह निर्दलीय प्रत्याशी दिनेश धनै से मात्र 377 मतों से हार गए थे । पिछला चुनाव उन्होंने टिहरी की बजाय देहरादून जिले की सहसपुर सीट से लड़े और उन्हें भाजपा के सहदेव सिंह पुंडीर के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा । उपाध्याय पिछले काफी समय से वरिष्ठ नेता होने के बावजूद कांग्रेस में अपनी उपेक्षा का आरोप लगा रहे थे और उनके ताजा कदम को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है । इससे पहले, कांग्रेस ने उपाध्याय को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी की सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया । कुछ दिन पूर्व कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी और महासचिव देवेंद्र यादव ने उन पर अनुशासनहीनता और भाजपा से मेलजोल रखकर कांग्रेस की लड़ाई कमजोर करने का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था ।