सोल। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन एक महीने के ब्रेक से लौटने के बाद सार्वजनिक रूप से सामने आए और चीन के साथ लगी सीमा के पास एक प्रमुख विकास परियोजना का निरीक्षण किया। किम जोंग ने कहा कि यह विकास परियोजना अंतरराष्ट्रीय अलगाव और दबाव की स्थिति में समृद्धि हासिल करने के लिए देश की दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है।
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने मंगलवार को कहा कि किम जोंग ने सैमजियोन शहर की अपनी यात्रा के दौरान विकास परियोजना के क्षेत्र में निर्माण की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और उसे ‘‘सूर्य का पवित्र स्थान’’ कहा।
सैमजियोन शहर माउंट पाएक्तू पर्वत के निचले इलाके में स्थित है। यह शहर उत्तर कोरिया की स्थापना से जुड़े एक मिथक का केंद्र है। यह मिथक किम जोंग के परिवार के इर्द-गिर्द घूमता है और आधिकारिक आख्यानों द्वारा देश की क्रांति के आध्यात्मिक केंद्र के रूप में वर्णित किया गया है।
उत्तर कोरिया में चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी निर्माण कार्य के तहत सैमजियोन शहर को एक अत्याधुनिक सांस्कृतिक शहर बनाने का लक्ष्य है। इसके निर्माण को पिछले वर्ष अक्टूबर में सत्ताधारी पार्टी की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ पर ही पूरा किया जाना था, लेकिन कोविड-19 महामारी और परमाणु हथियार एवं मिसाइल कार्यक्रम पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के कारण यह कार्य धीमा पड़ गया था। किम जोंग ने निर्माण कार्य में जुटे अधिकारियों और श्रमिकों की सराहना भी की।