खरगोन। सीधी में हुए बस हादसे के बाद से परिवहन विभाग Khargone Rto लगातार बसों पर सख्ती बरत रहा है। परिवहन विभाग ने कार्रवाई करते हुए अब तक कई बसों को जब्त कर लिया है और कई कई बसों पर जुर्माना भी लगाया गया है। यह कार्रवाई फिरहाल रोजाना चल रही है।
वहीं रविवार को बसों की चेकिंग के दौरान खरगौन जिले की महिला आरटीओ ने एक बस मालिक को थप्पड़ जड़ दिए, जिससे नाराज बस संचालकों ने 6 जिलों में 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल कर दी। 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल के कारण खरगोन जिले समेत आसपास के 6 जिलों में पूरे दिन बसों के पहिए थमे रहे। बताया जा रहा है कि रविवार को खरगोन सहित छह जिलों में करीब 800 बस संचालकों ने सांकेतिक हड़ताल की थी।
जानकारी के मुताबिक खरगोन में बसों की चेकिंग चल रही थी। चेकिंग के दौरान आरटीओ ने
और परिवहन विभाग के कर्मचारियों ने करीब 20 बसों को आरटीओं में खड़ा कर दिया था। बताया जा रहा है कि एक बस मालिक का आरोप है कि चेकिंग के दौरान उसकी बस को रोका गया और 3000 रु की मांग की गई। जब बस मालिक ने इसका विरोध किया तो आरटीओ ने उसे थप्पड़ मार दिया। हालांकि इस मामले की कही शिकायत नहीं की गई।फिरहाल आरटीओ द्वारा थप्पड़ मारा गया है या नहीं ये बात जांच में पता चलेगी।
वहीं खरगोन आरटीओ बरखा गौड़ का कहना है कि सड़कों पर उतर कर उन लोगों पर कार्रवाई की गई जिनके दस्तावेज सही नहीं पाए गए। कुछ वाहन संचालकों से समन शुल्क वसूला गया है इसके अलावा कुछ वाहन जब्त किए। जिसका बस वालों ने विरोध किया। वसूली जैसा आरोप गलत है।
उधर इंदौर बस यूनियन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने इस घटना को लेकर कहा कि आरटीओ की अधिकारी कर्मचारी अभियान चलाकर वसूली कर रहे हैं। अगर बस खटारा है तो खड़ी कर दी जाए। मालिक और चालक के साथ अभद्रता करना ठीक नहीं है। आरटीओ ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया तो आने वाले दिनों में हड़ताल करेंगे।