खरगौन। खरगौन के बिस्टान थाने में हुए तोड़फोड़ के मामले को लेकर पुलिस सख्त हो गई है। एएसपी ने बताया कि जिन उपद्रवियों ने थाने पर तोड़फोड़ की है, उनकी पहचान के लिए CCTV फुटेज चेक किए जा रहे हैं। आईजी हरिनारायणचारी और डीआईजी तिलक सिंह ने बिस्टान थाना का दौरा किया था। उन्होंने तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा मजिस्ट्रियल जांच में अगर कोई पुलिसकर्मी भी दोषी पाया जाता है, तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि मंगलवार को खरगोन जिले के बिस्टान थाने पर 00 से अधिक आदिवासी लोगों ने जमकर पथराव किया था। इस दौरान पुलिस वाहन सहित थाने में भी जमकर तोड़फोड़ की। खेरकुंडी गांव के लूट और डकैती के आरोपी 35 वर्षीय बिसन की जेल में सोमवार को देर रात मौत होने के बाद से आदिवासी गुस्साये हुए थे। पथराव की घटना में 3 पुलिस कर्मियों को चोटें आई थी।
पुलिस ने खदेड़ा
इस दौरान पुलिस ने अश्रू गैस का उपयोग कर उत्पातियों को भगाया। एसडीएम सत्येंद्र, एसडीओपी सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया था। स्थिती नियंत्रण में बताई जा रही है। एसडीएम सत्येन्द्र सिह ने मीडिया को बताया की तीन दिन पूर्व बिस्टान पुलिस ने 12 लोगों को लूट डकैती के मामले में गिरफ्तार किया था। बीती रात 2 बजे एक आरोपी बिसन की मौत हो गई। मंगलवार को सुबह करीब साढे नौ बजे 100 से अधिक आदिवासियों ने थाने का घेराव कर पथराव कर दिया। घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।
आदिवासी ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस के कारण बिसन की मौत हो गई है। हलाकि प्रारम्भिक रूप से ऐसा नहीं लग रहा है। तहसीलदार ने भी देखा है कि मृतक के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मजिस्ट्रियल जांच में खुलासा होगा। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पथराव की घटना में 3 पुलिस कर्मियों चोटें आई है। पुलिस ने बहुत ही संवेदनशीलता से काम किया है।