खरगोन। कुछ दिन पहले जिला अस्पताल में Khargone District Hospital इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया था। जिसमें जिला अस्पताल एक गार्ड ने महिला से अभद्रता की थी। इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने रिपोर्ट तलब की है। मानवाधिकार आयोग ने दो हफ्ते में प्रशासन से रिपोर्ट मांगी।
आलोचना का सामना करना पड़ रहा है
आयोग ने इस घटना को अमानवीय बताया और इस पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों से रिपोर्ट तलब की है। बता दें यह घटना चार दिन पहले की है, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पहले ही फैल चुकी हैं, जिसके बाद खरगोन के प्रशासन को लोगों की तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी
प्रदेश मानवाधिकार आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन ने मानसिक रोगी महिला से अमानवीय बर्ताव के मामले में खरगोन के जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रहे थे
चश्मदीदों के मुताबिक एक पुरुष सुरक्षा गार्ड ने महिला को 18 फरवरी को जिला अस्पताल परिसर से बाहर निकल जाने को कहा था और जब महिला ने ऐसा नहीं किया तो उसने मानसिक रोगी की बांह पकड़कर उसे जमीन पर घसीटते हुए परिसर से बाहर निकाल दिया था। सोशल मीडिया पर सामने आईं तस्वीरों से पता चलता है कि महिला के साथ इस अमानवीय बर्ताव के दौरान अस्पताल परिसर में खड़े लोग मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रहे थे।
ये है मामला
4 दिन पहले अस्पताल में महिला के साथ बदसलूकी का वीडियो सामने आया था, जिसमें अस्पताल के गार्ड ने इलाज के लिए आई महिला को करीब 300 मीटर तक घसीटा और उसे अस्पताल के बाहर सड़क पर ले जाकर छोड़ दिया था।
बताया जा रहा है कि यह घटना जिस समय की है उस समय बाहर बारिश हो रही थी। गार्ड ने बारिश में ही उसे बाहर छोड़ दिया था। हैरानियत की बात तो यह थी कि जब गार्ड महिला को घसीटता हुआ अस्पताल से बाहर ले जा रहा था तो वहां बहुत लोग मौजूद थे, लेकिन किसी ने भी उसे रोकने की कोशिश नहीं की। कुछ चश्मदीदों ने बताया कि महिला को गार्ड ने बाहर जाने का कहा था, लेकिन महिला ने मना कर दिया था।
वहीं गार्ड का कहना था कि, महिला बिना किसी कारण के अस्पताल में घुस गई थी। उसे बाहर जाने के लिए कहा गया तो वह मना करने लगी थी। इसके बाद गार्ड ने उसे पकड़कर घसीटते हुए बाहर कर दिया। वीडियो से स्पष्ट है कि गार्ड ने महिला के साथ दुर्व्यवहार किया। हालांकि घटना का वीडियो सामने आने के बाद सिविल सर्जन डॉ. दिव्येश वर्मा ने गार्ड को हटाने का निर्देश दिए थे।