खंडवा। एमपी में उप चुनाव का घमासान लगातार Khandwa Upchunav 2021 तेज होता जा रहा है, खंडवा संसदीय सीट पर प्रदेश भर की निगाहें टिकी हुई हैं। इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही खेमों से रोज नेताओं के दर्द भी झलक रहे हैं। ये वो नेता हैं जो यहां से टिकट के सबसे प्रबल दावेदार थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला। कांग्रेस के अरुण यादव की बात करें तो उन्होनें एक सभा में ये तक कह दिया कि फसल उन्होंने पकाई और काट कोई और रहा है। वहीं बीजेपी में भी नंदकुमार चौहान के बेटे हर्ष सिंह रूठे रूठे नजर आ रहे हैं।
नंदू भैया का जब उनका निधन हुआ तो उनके बेटे हर्षवर्धन सिंह को यहां पर उनका स्वाभिक सियासी वारिस माना जा रहा था, लेकिन बीजेपी ने परिवारवाद के आरोप से बचने टिकट नंदू भैया के ही करीबी ज्ञानेश्वर पाटिल को दिया । जाहिर है कि पार्टी के इस फैसले से हर्षवर्धन सिंह नाराज हैं और उन्होंने चुनावी गतिविधियों से दूरी बना ली है। वो ज्ञानेश्वर पाटिल की नामांकन रैली में भी नहीं पहुंचे। उनकी नाराजगी को भांपते हुए नामाकंन रैली के दौरान मंच से ही सीएम शिवराज सिंह चौहान नारजगी को दूर करने की कोशिश की।