कवर्धा से संतोष भारद्वाज की रिपोर्ट। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले आदिवासी बैगाओं के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है, लेकिन कवर्धा जिले वनांचल क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी बैगा आज भी पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसते नजर आ रहें हैं।
ताजा मामला कुकदूर क्षेत्र के डुमरहा, टेढापानी और कांदावानी ग्राम पंचायत का है, जहां पेयजल का कोई साधन नहीं है। ऐसे में गांव के छोटे-छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक पानी की एक-एक बूंद के लिए तीन किलोमीटर का दूरी तय कर कांवर से पानी ढोते हैं।
पानी के लिए पत्थरों और कांटों भरे पहाड़ की चढ़ाई
कहीं-कहीं तो पत्थरों और कांटों भरी पहाड़ की चढ़ाई वाले जंगल में ग्रामीणों को पानी लेने के लिए जाना पड़ रहा है। पूरा का पूरा परिवार बच्चों और महिलाओं के साथ पानी ढोने में लगा रहता है, जिन नन्हें हाथों में कागज-कलम होना चाहिए वहां पानी के लिए बच्चे कांवर पकड़ने को मजबूर हैं।
भीषण गर्मी में यह नन्हें कदम शौक से नहीं बहुत मजबूरी के चलते जगंल के पगडंडियों से होते हुए पहाड़ों से और सूखी नदी में झिरिया से पानी ढोकर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर है। बच्चों की पढ़ाई के सवाल पर मां का एक ही जवाब होता है- “प्यास बुझाने के लिए पानी लाएं या स्कूल भेजें।”
कांवर और सिर पर तीन किलोमीटर दूर से पानी ला रहे बैगा
यहां पानी की कमी के हालात यह हैं कि सुबह-शाम के वक्त पूरा गांव कांवर और बर्तन के पात्र से पानी ढोते नजर आता है। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इनके लिए पानी की एक-एक बूंद कितनी अनमोल है। गर्मी के दिनों में हर साल इन क्षेत्रों में भीषण जल संकट की स्थिति निर्मित होती है।
हर साल प्रशासन की ओर से मास्टर प्लान तैयार कर जल संकट से निपटने की बात जरूर करती है, लेकिन धरातल पर कोई सुधार नहीं दिखता। वहीं, इस मामले में जिला पंचायत सीईओ जल जीवन मिशन के तहत पानी की व्यवस्था करने और वनांचल में जहां मिशन के तहत कार्य नही हो रहे हैं।
पानी का संकट दूर करने का आश्वासन
बोरवेल के साथ ही अन्य स्रोत की मदद से पानी का संकट दूर करने का आश्वासन भी दिया गया, लेकिन अब तक यहां पानी की समस्या दूर नहीं हो सकी है। जल मिशन के तहत कनेक्शन तो दिया जा रहा है, लेकिन अधिकांश गांव के नलों से पानी की एक बूंद नही निकली है। पहाड़ी क्षेत्र के कुछ गांवों में तो अब तक कनेक्शन नही पहुंचा है।
सीएम भूपेश बघेल आज दौरे पर
छग सीएम भूपेश बघेल शुक्रवार को बालोद, कबीरधाम और बिलासपुर जिले के दौरे पर रहेंगे। ुयहां मुख्यमंत्री विभिन्न विकास कार्यों लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। 12 बजे दल्लीराजहरा के फुटबॉल ग्राउंड में अखिल भारतीय हालबा/ हलबी आदिवासी समाज का 83वां स्थापना दिवस एवं प्रतिभा सम्मान समारोह कार्यक्रम में शामिल होंगे।
दोपहर 2 बजे कवर्धा पहुंचकर ग्राम छिरहा में कांग्रेस भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे। नवीन हाईटेक बस स्टैंड का लोकार्पण व भूमिपूजन करेंगे। फिर छत्तीसगढ़ महतारी प्रतिमा का अनावरण करेंगे। नवनिर्मित पौनी पसारी परिसर का करेंगे लोकार्पण। कवर्धा में कुर्मी के समाज के वार्षिक अधिवेशन 2023 में शामिल होंगे।
सीएम नवनिर्मित कुर्मी क्षत्रिय छात्रावास के हॉस्टल का लोकार्पण करेंगे। सीएम शाम 5 बजे बिलासपुर पहुंचेंगे। शाम 6.10 बजे बिलासपुर के सर्किट हाउस जाएंगे। करीब 10.10 बजे मुख्यमंत्री निवास पहुंचेंगे।
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