हाइलाइट्स
- पुलिस की पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया
- गांव के खेत में एक महिला और पुरुष की लाश मिली थी
- शवो को पानी भरे खेत मे फेंक कर फरार हो गए
Kaushambi Double Murder Case: यूपी के कौशांबी जिले में डबल मर्डर केस का पुलिस सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस ने न सिर्फ दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया, बल्कि हत्या के पीछे की हैवानियत भी सामने लाई है। महिला से दुष्कर्म की कोशिश के दौरान विरोध करना दोनो को भारी पड़ा। दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। एसओजी और चरवा पुलिस की संयुक्त टीम ने मुख्य आरोपी वीरेंद्र को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरे आरोपी शिवबाबू को भी पुलिस ने दबोच लिया है। पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया है। घटना चरवा थाना क्षेत्र के मलाका गांव की है।
गांव के खेत में एक महिला और पुरुष की लाश मिली थी
एसपी राजेश कुमार ने बताया कि 29 जून की सुबह चरवा थाना क्षेत्र के मलाका गांव के खेत में एक महिला और पुरुष की लाश मिली थी। शव की शिनाख्त 50 वर्षीय गुड़िया देवी निवासी भिखारी के पुरवा और 45 वर्षीय गोरेलाल निवासी गौहानी गांव के रूप में हुई थी। दोनों के शव मिट्टी में सने हुए खेत में पड़े थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर रॉड से वार कर हत्या की पुष्टि हुई। जांच में पता चला कि गुड़िया देवी पांच साल से अपने पति से अलग मायके में रह रही थी। मृतक गोरेलाल भी अपनी पत्नी से अलग रहता था। दोनो में प्रेम-संबंध था और साथ रह रहे थे।
शवो को पानी भरे खेत मे फेंक कर फरार हो गए
28 जून की रात गुड़िया देवी और गोरेलाल ने शराब ठेके पर शराब पी रहे थे। तभी आरोपी वीरेंद्र और शिवबाबू भी पहुंच गए और उन लोगो ने भी साथ मे शराब पी। नशे की हालत में चारो लोग पास के टव्यूबेल की तरफ गए। वहीं, वीरेंद्र और शिवबाबू ने महिला के साथ जबरन दुष्कर्म की कोशिश की। जब महिला ने विरोध किया तो उसके मुंह पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। महिला का प्रेमी गोरेलाल अपनी जान बचाकर भागा तो उसे भी घेरकर रॉड से सिर पर हमला कर दिया। दोनो की मौत के बाद उसके शवो को पानी भरे खेत मे फेंक कर फरार हो गए।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैर में लगी गोली
एसपी ने बताया कि पुलिस को घटनास्थल पर एक चाभी भी मिली थी, जो ट्रैक्टर की थी। जांच में पता चला कि वो चाभी शिवबाबू की है। तत्काल शिवबाबू को हिरासत में ले लिया गया और शराब ठेका के सेल्समैन से भी मामले में पूछताछ की गई। शिवबाबू ने अपना जुर्म कबूल किया। वहीं, दूसरे आरोपी वीरेंद्र को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वीरेंद्र के पैर में गोली लगी है। मामले में दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
UP Out Sourcing Employee salary: 1 जुलाई बीत गई, अब कब मिलेगी आउटसोर्स कर्मचारियों को ₹18,000, कैबिनेट में होगा फैसला
उत्तर प्रदेश में आउटसोर्स कर्मचारी निगम के गठन की औपचारिकताएं लगभग पूरी हो गई हैं। जल्द ही इसका कैबिनेट से अनुमोदन होने की संभावना है। इस निगम के तहत आउटसोर्स कर्मचारियों को न्यूनतम 18000 रुपये मानदेय दिए जाने का प्रस्ताव है। मानदेय सेवा प्रदाता एजेंसी के माध्यम से ही दिया जाएगा। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें