नई दिल्ली। Kanya Pujan 2023 नवरात्रि के दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। इस दौरान लोगों द्वारा घरों मे कुल देवी का पूजन भी होता है। किसी के घर सप्तमी तो किसी के घर अष्टमी पूजन होता है। इस दिन भक्त मां को रूप में कन्या भोजन करते हैं। पर क्या आप जानते हैं इस दौरान कई बातों का ध्यान रखने की विशेष जरूरत होती है। इस बार चैत्र नवरात्रि की अष्टमी और नवमी पूजन की तारीख 29 और 30 मार्च को आएगी। तो चलिए आज हम आपके साथ शेयर कर रहे हैं कुछ खास उपाय और सावधानियां जिन्हें इस दौरान बरतना जरूरी है।
कन्या पूजन के दौरान इन बातों का रखें खास ध्यान Kanya Pujan 2023
- सम्मानपूर्वक कराएं कन्याओं को भोजन
- आप जब भी घर पर कन्याओं को भोजन पर बुलाएं तो सीधे भोजन न कराएं।
- पहले कन्याओं के चरणों को धोएं। इसके बाद कन्याओं को पूर्व दिशा की ओर मुख करके साफ आसन पर बैठाएं।
- इसके बाद उन्हें कुमकुम और चावल का टीका लगाएं। सभी को विधि-विधान को करने के बाद ही कन्याओं को खीर, पूड़ी, सब्जी और हलवा चने का प्रसाद ग्रहण करने को दें।
- इस दौरान इस बात का ध्यान रखें उन्हें जरूरत के अनुसार भोजन करने दें। भोजन खाने के लिए जबरदस्ती न करें।
कन्याओं को इन चीजों की भेंट देकर करें विदा Kanya Pujan 2023
आप कोशिश करें जब भी कन्याओं को भोजन कराएं तो उन्हें उपहार में अपनी सामर्थ के अनुसार उपहार दें। कोशिश करें कि उन्हों लाल चुनरी, मिठाई, बर्तन या सिक्के भेंट किए जाएं। इसके बाद उनके पैर पड़ना न भूलें।
किस उम्र की कन्याओं को कराना चाहिए भोजन – Kanya Pujan 2023
कन्या पूजन में जहां तक संभव हो सके। 2 से लेकर 10 वर्ष तक की कन्याओं को शामिल किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं कन्या पूजन में कम से कम नौ देवियां जरूर होनी चाहिए। इन्हें मां का रूप मानने से मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान – Kanya Pujan 2023
- घर पर जब भी कन्याओं का पूजन के लिए बुलाएं उन्हें अपमानित न करें। किसी भी कन्या को डांटें नहीं। पूरी श्रद्धा भाव से उनका पूजन करें।
- भूलकर भी कन्याओं को बासा भोजन न कराएं। ये बेहद अशुभ माना जाता है।
- इस बात का ध्यान रखें कि कन्या पूजन के तुरंत बाद सफाई न करें।
- अगर आप कन्या भोजन नहीं करा पा रहे हैं तो भोजन भेजकर भी दान किया जा सकता है।
- इस दिन के भोजन में लहसुन और प्याज का भोजन नहीं बनाना चाहिए।
- कन्याओं को भोजन कराने से पहले उसे जूठा न करें।
- कन्याओं को प्रसाद देने के बाद ही भोजन ग्रहण करें।