Kanker CG News: कांकेर जिले के एक सरकारी अस्पताल में शराबी डॉक्टर की लापरवाही से 10 साल के बच्चे की जान चली गई. डॉक्टर शीतल दुग्गा नशे में धुत था. उसने बच्चे का उपचार करने से मना कर दिया था. जिसके बाद परिजन उसे लेकर दूसरे अस्पताल लेकर जा रहे थे, तभी बच्चे ने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
जानकारी के अनुसार, कोयलीबेड़ा के रहने वाले टिकेश पटेल के बेटे मयंक पटेल (10) के पेट में दर्द हो रहा था. जिसका इलाज कराने के लिए परिजन बच्चे को लेकर स्थानीय सरकारी अस्पताल में ले गए. जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर शीतल दुग्गा नशे में धुत था. डॉक्टर ने बच्चे का इलाज करने से भी मना कर दिया.
परिजनों से गाली-गलौज करने का आरोप
इसके बाद परिजन डॉक्टर को काफी देर तक समझाते रहे, लेकिन शराबी डॉक्टर अपनी बात पर अड़ा रहा. डॉक्टर पर बच्चे के परिजनों से गाली-गलौज करने का आरोप लगाया गया है. इस दौरान कुछ लोगों ने डॉक्टर का वीडियो भी बनाया और वायरल कर दिया.
लोगों ने डॉक्टर को समझाने का प्रयास भी किया. इस पर वह कहता है कि मैं अकेला हूं. कितना काम करूं. जिससे शिकायत करनी हो कर दो.
CMHO ने डॉक्टर शीतल दुग्गा को किया सस्पेंड
यहा मामला सामने आने के बाद कांकेर CMHO अविनाश खरे ने डॉक्टर शीतल दुग्गा को सस्पेंड कर दिया है. उन्होंने कहा कि शिकायत के बाद कार्रवाई हुई है. रात में फोन आया था और वीडियो भी भेजा गया था, जिसके बाद वह तत्काल कोयलीबेड़ा अस्पताल पहुंचे.
जहां जांच में डॉक्टर नशे की हालत में पाया गया, जिसके बाद डॉक्टर को तत्काल हटा दिया गया है. वहीं सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा रही है.
स्वास्थ्य केंद्र में 6 डॉक्टर पदस्थ, मौजूद था केवल एक
मिली जानकारी के अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 6 डॉक्टर पदस्थ हैं, लेकिन मौके पर सिर्फ एक MBBS डॉक्टर शीतल दुग्गा मौजूद था. यहां पदस्थ डॉ. एके सम्भाकर अंतागढ़ में अटैच हैं. डॉ. दीपक साहू पीजी करके आने के बाद से EL पर चले गए हैं. वहीं डॉ. मनोरंजन चारा पीजी करने गए हैं. बाकी पद रिक्त हैं, जिससे यहां स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं.
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