Kamala Harris: अमेरिका में इस साल के अंत में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं। इस चुनाव में कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। इसी बीच अब सट्टा बाजार भी अपने दांव लगा रहा है।
अमेरिकी सट्टा बाजार के मुताबिक, कमला हैरिस अगली राष्ट्रपति बन सकती हैं। बुधवार को हैरिस की जीत पर औसतन 52% पर सट्टा लगा है। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप पर 47% सट्टा लगाया गया है।
जानकारी के मुताबिक कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट का बहुत असर पड़ा है। इस डिबेट में कमला के शानदार प्रदर्शन और कई बड़ी हस्तियों के समर्थन के चलते उनकी स्थिति मजबूत हो गई है।
ओपिनियन पोल्स में भी आगे हैरिस
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ओपिनियन पोल्स कराए गए। इनमें भी कमला हैरिस आगे चल रही हैं। बुधवार को औसतन 55% लोगों ने कमला हैरिस के राष्ट्रपति बनने की संभावना जताई थी। वहीं, डोनाल्ड ट्रम्प के लिए ये आंकड़ा 45% रहा।
अगर हारे तो चुनाव नहीं लड़ेंगे ट्रंप
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ दिनों पहले बयाना दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर वे इस बार के चुनाव में हार जाते हैं, तो वे दोबारा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
दरअसल, सिन्क्लेयर मीडिया ग्रुप के साथ एक इंटरव्यू में ट्रम्प से पूछा गया था कि अगर वे इस बार कमला हैरिस से हार गए तो क्या 2028 में दोबारा चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि ट्रंप पिछले 3 चुनावों से रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं।
हैरिस की जीत की भविष्यवाणी
इतिहासकार एलन लिचमैन ने 2016 में डोनाल्ड ट्रम्प की जीत की भविष्यवाणी की थी, जिस पर ट्रम्प ने उनकी प्रशंसा की थी। हालांकि, जुलाई में जब जो बाइडेन राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हुए, तो लिचमैन ने इसे डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए एक बड़ी गलती बताई थी।
उसके बाद अपने बयान से पलटते हुए इतिहासकार एलन लिचमैन ने कहा कि 5 नवंबर को होने वाले चुनाव में कमला हैरिस की जीत निश्चित है।
इतिहासकार एलन लिचमैन चुनाव से संबंधित भविष्यवाणियां किसी सर्वेक्षण के आधार पर नहीं करते हैं, बल्कि अपने विशेष मॉडल ‘कीज टू द व्हाइट हाउस’ के आधार पर करते हैं। इस मॉडल को उन्होंने 1981 में अपने मित्र व्लादिमीर केइलिस-बोरोक के साथ मिलकर विकसित किया था। इस मॉडल के आधार पर वे भविष्यवाणी करते हैं।
इतिहासकार एलन लिचमैन का ‘कीज टू द व्हाइट हाउस’ मॉडल पिछले 120 सालों में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के परिणामों के आधार पर तैयार किया गया है। इस मॉडल का उपयोग करके लिचमैन 1984 से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों की भविष्यवाणी कर रहे हैं। इस मॉडल में 13 कसौटियों पर उम्मीदवारों को परखा जाता है।