भोपाल । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज दोपहर 12 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के राजीव गांधी सभागृह में महत्वपूर्ण विषयों पर पत्रकार वार्ता की। इस पत्रकार वार्तापत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ब्लॉक लेवल पर प्रदर्शन करेगी और इसके बाद 20 जनवरी को मुरैना में सम्मेलन भी करेगी। कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस 23 जनवरी को राजभवन का घेराव करेगी। दिल्ली जाने वाली बात पर उन्होंने कहा कि मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, और न मैं आराम करने वाला हूं। केंद्रीय नेृतत्व में जाने और प्रदेश अध्यक्ष पद छोड़े जाने की चर्चाओं पर कमलनाथ ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि मैं मध्य प्रदेश नहीं छोड़ने वाला हूं। पद पाने के लिए मैंने एप्लाई नहीं किया। अगर पार्टी कहेगी तो पद छोड़ दूंगा।
मेरी जरूरत ही मीडिया को महसूस नहीं होती
कमलनाथ ने बयान देते हुए कहा कि मीडिया का पेट शिवराज सिंह चौहान ने इतना अधिक भर दिया है कि मेरी जरूरत ही मीडिया को महसूस नहीं होती। मैं वैसे भी प्रचार प्रसार की दुनिया से दूर रहता हूं। आज का हर एक किसान आधुनिक है इसलिए वह तकनीकी और कानून दोनों को बखूबी समझता है। कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने वालों में पंडित नेहरू,लालबहादुर शास्त्री इंदिरा गांधी ने किया था। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की सत्तर फीसदी अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है। आजादी के बाद से ही जनसंघ देश के उद्योग धंधे का निजीकरण करने की बात करता था। बैंकों के राष्ट्रीयकरण के समय भी जनसंघ ने विरोध किया था।
Live : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के राजीव गांधी सभागृह में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये। https://t.co/pvUNGCAeK0
— MP Congress (@INCMP) January 7, 2021
कृषि कानून केवल कृषि क्षेत्र का निजीकरण करेगा
कमलनाथ ने कहा कि कृषि कानून केवल कृषि क्षेत्र का निजीकरण करेगा। एमएसपी की संभावना भी आने वाले समय में खत्म हो जाएगी। एनडीए के समर्थक पार्टियां भी अब कृषि कानून को लेकर विरोध करने लगी। बिल के चलते किसानों को कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए मजबूर कर दिया जाएगा। तीनों कानून सही मायने में काले कानून है। 175 लाख टन पंजाब ने गेंहू का उत्पादन किया है जबकि मध्यप्रदेश वर्ष 2019.20 में 196 लाख टन। मध्यप्रदेश में केवल बीस फीसदी ही लोगों को एमएसपी का लाभ मिल पाता है। कृषि कानून से सबसे ज्यादा अगर कोई प्रभावित होगा तो वह है मध्यप्रदेश ।क्योंकि यहां केवल 20 फीसदी ही किसानों को एमएसपी का लाभ मिल पाता है।
केंद्र सरकार की सोच में बहुत खोट
कमलनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार की सोच में बहुत खोट है। कर्जमाफी को लेकर सीएम शिवराज बहुत झूठ बोलते रहे। 16 जनवरी से छिंदवाड़ा से किसान सम्मेलन की शुरुवात करने जा रहा हूँ।इसे आंदोलन नहीं समझा जाये कांग्रेस प्रदेश के किसानों को जागरूक करने के लिए सम्मेलन करेंगी। किसान आंदोलन अभी कई मोड़ लेगा।