New Parliament Building: कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने पीएम मोदी द्वारा किए जाने वाले नए संसद भवन के उद्घाटन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। विपक्षी पार्टियां कार्यक्रम को बॉयकॉट करने का फैसला पहले ही ले लिया है। लेकिन, इसी बीच एक्टर और नेता कमल हासन ने राजनीतिक दलों से अपने मतभेदों को भुलाकर नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।
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हम पर दुनिया की निगाहें
मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) के अध्यक्ष हासन ने कहा, ‘‘दुनिया की निगाहें हम पर हैं। अपने राजनीतिक मतभेद को एक दिन परे रखकर आइए नए संसद भवन के उद्घाटन को राष्ट्रीय एकता का अवसर बनाएं।’’
भारत सरकार को बधाई देता हूं
हासन ने कहा, ‘‘मैं इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए भारत सरकार को बधाई देता हूं। भारत की राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करने और उद्घाटन कार्यक्रम की योजना में विपक्षी दलों को शामिल नहीं करने पर अपनी असहमति बनाए रखते हुए, राष्ट्रहित में मैं नए संसद भवन के उद्घाटन का जश्न मनाने का विकल्प चुनता हूं।’’
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राष्ट्रपति को क्यों शामिल नहीं होना चाहिए?
इसके साथ ही हासन ने राष्ट्रपति को नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल न होंने पर सवाल उठाते हुए कहा, “लेकिन राष्ट्रीय गौरव का यह क्षण राजनीतिक रूप से विभाजनकारी हो गया है। मैं प्रधानमंत्री से एक सरल प्रश्न पूछता हूं। कृपया देश को बताएं, भारत की राष्ट्रपति को नए संसद भवन के उद्घाटन में क्यों शामिल नहीं होना चाहिए?’”
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री को सलाह देता हूं कि वे सद्भावना दिखाएं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित करें। नया संसद भवन कोई साधारण इमारत नहीं है। यह लंबे समय तक भारतीय लोकतंत्र का घर रहेगा।’’
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बता दें कि 19 विपक्षी दलों ने एक संयुक्त बयान जारी कर पीएम मोदी द्वारा नए संसद भवन का किए जा रहे उद्धघाटन को बायकॉट करने का फैसला लिया था। बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति मुर्मू को पूरी तरह से दरकिनार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नए संसद भवन का उद्घाटन करने का निर्णय न केवल एक गंभीर अपमान है, बल्कि हमारे लोकतंत्र पर सीधा हमला है, जो उचित प्रतिक्रिया की मांग करता है।
बता दें कि देश के नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह रविवार, 28 मई को सुबह 7. 30 बजे से शुरू हो जाएगी, जो शाम तक चलेगी। उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत कई गणमान्य लोग रहेंगे।