भोपाल। प्रदेश में उपचुनावों की हलचल तेज हो गई है। विधानसभा सत्र के साथ अब उपचुनाव को लेकर भी राजनीतिक गलियारों में हलचल देखने को मिल रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा संगठन की तरफ से हाल ही में केंद्रीय मंत्री बनाए गए प्रदेश के दो नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र कुमार को क्षेत्रों में यात्रा निकालने के निर्देश दिए गए हैं। वीरेंद्र कुमार जबलपुर से अपनी यात्रा शुरू करेंगे। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) देवास से अपनी यात्रा प्रारंभ करने जा रहे हैं। 16 अगस्त को सिंधिया प्रदेश के देवास जिले से अपनी यात्रा का शुभारंभ करेंगे। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद सिंधिया पहली बार मप्र के दौरे पर आ रहे हैं।
इस महीने होने वाला यह दौरा तीन दिनों तक चलेगा। सिंधिया के दौरे की बात करेंगे तो 16 अगस्त को देवास से शुरू होगा। इसके बाद गुना फिर 17 को राजगढ़ और 18 अगस्त को छिंदवाड़ा का दौरा करने जाएंगे। तीनों क्षेत्र सिंधिया (Jyotiraditya Scindia MP Tour) के दौरे के लिए महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। वहीं सिंधिया के दौरे में सबसे ज्यादा चर्चा पूर्व मुख्यमंत्री और कमलनाथ (Kamalnath) के गढ़ छिंदवाड़ा का माना जा रहा है। छिंदवाड़ा कमलनाथ के गढ़ के साथ उनके बेटे नकुलनाथ यहां से सांसद हैं। यहां सिंधिया के दौरे के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। सिंधिया के इस दौरे को कमलनाथ के किले को भेदने के साथ भी जोड़ा जा रहा है। सिंधिया के दौरे के बाद छिंदवाड़ा समेत राजधानी की सियासी गलियारों में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
चार शहरों से शुरू करेंगे आर्शीवाद यात्रा
बता दें कि सिंधिया मालवा के चार शहरों से अपनी आर्शीवाद यात्रा शुरू करेंगे। इस यात्रा के दौरान एक तरफ सिंधिया जनता से सीधा संवाद करेंगे तो वहीं चुनावों को लेकर तैयारी की रूपरेखा को सफल बनाने के प्रयास भी किए जाएंगे। बता दें कि मालवा से सिंधिया का पुराना नाता है। यहां सिंधिया के पूर्वजों के भी गहरी जड़ें रही हैं। वहीं मालवा में सिंधिया राजघराने की संपत्ति आज भी है। वहीं खंडवा लोकसभा और जोबट विधानसभा में भी उपचुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर भी सिंधिया का यह दौरा काफी खास माना जा रहा है। सिंधिया का इन क्षेत्रों में काफी बर्चस्व है। सिंधिया का यह दौरा आने वाले उपचुनाव में भाजपा को काफी फायदा करा सकता है।