Panchak Upay 2024: आषाढ़ के पहले मंगलवार यानी 25 जून 2024 की देर रात 3:59 मिनट से मूल लग रहे हैं। जो 30 जून की सुबह समाप्त होंगे। ऐसे में आपको बता दें ज्योतिष के अनुसार पांच तरह के कामों को करने की मनाही है।
लेकिन पंचक पांच कामों को छोड़कर बाकी कामों के लिए शुभ माना जाता है। ऐसे में जानने वाली बात ये है कि यदि आपने पंचकों (Panchak me kya Nahi karna chahiye) में वर्जित काम को गलती से कर लिया है या ऐसी स्थिति बन गई है कि इस दौरान वो काम करना बेहद जरूरी भी है तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि…
पंचक दोष कैसे दूर होता है
पंचकों में क्या नहीं करना चाहिए
पंचकों में मृत्यु हो जाए तो क्या होता है
पंचकों में क्या नहीं करना चाहिए
हिन्दू धर्म और ज्योतिष के अनुसार पंचकों में कुछ कामों को करना वर्जित माना जाता है।
पंचकों में कभी भी नए मकान की स्लिप नहीं ढ़ालनी चाहिए। यदि ऐसा करते हैं तो आपके मकान को नुकसान हो सकता है।
ऐसा कहा जाता है कि पंचकों में कभी भी खेत या घास की कटाई नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से खेतों में आग लगने का डर होता है।
पंचकों में लकड़ी एकट्ठी नहीं करते
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार पंचकों में कभी भी लकड़ी या गोबर के कंडे एकट्ठे नहीं करना चाहिए। यानी पंचकों के पांच दिनों में आपको आग से जुड़ा कोई भी सामान एकट्ठा नहीं करना है।
पंचकों में चारपाई बुनवाना
ऐसा माना जाता है कि पंचकों में चारपाई नहीं बुनवाना चाहिए। पहले के जमाने में लोग आधुनिक बेड पर न सोकर चापराई यानी चौखट पर सोते थे।
दक्षिण दिशा की यात्रा
हिन्दू धर्म के अनुसार पंचकों में कभी भी दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए। वो इसलिए क्योंकि दक्षिण दिशा को यमराज (Panchak Tips) की दिशा माना जाता है। इसलिए पंचकों में इस दिशा की यात्रा से बचना चाहिए।
पंचकों में मृत्यु हो जाए तो क्या होता है
अगर पंचकों में किसी की मृत्यु (Death in Panchak) हो जाए तो ऐसा माना जाता है कि परिवार या रिश्तेदारों से भी पांच लोगों की मृत्यु की अशुभ खबर मिलती रहती है। जबकि अगर इस दौरान किसी का जन्म हो लगातार किसी के जन्म को लेकर शुभ समाचार आता है।
पंचक दोष कैसे दूर होता है
पंचक में यदि किसी की मृत्यु हो जाए तो उसके दाह संस्कार से पहले पुत्तल विधि करनी चाहिए। इसके बाद दाह-संस्कार (Panchak me Antim Sanskar ke Niyam Kya hain) करना चाहिए। इसके बाद पंचक उतरने के बाद में पंचक शांति करनी चाहिए।
पुत्तल विधि में कुश के 5 पुतले बनाए जाते हैं। फिर इस पर ऊन बांधकर जौ के आटे से लेप किया जाता है। फिर इन्हें नक्षत्रों के नाम से अभिमंत्रित किया जाता है। इसमें पांच पुतले प्रेतवाह, प्रेतसम, प्रेतप, प्रेतभूमिप, प्रेतहर्ता,
जून में कब समाप्त होंगे पंचक
लाला रामस्वरूप पंचांग के अनुसार जून में पंचक (Panchak june Upay 2024) 25 तारीख मंगलवार की मध्य रात्रि 01:49 यानी बुधवार के दिन से हो रहे हैं जो 30 जून 2024, रविवार की सुबह 07:34 पर समाप्त होंगे।
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