JP Nadda Visit Indore: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आज (रविवार) को राष्ट्रीय एड्स कंट्रोल संगठन के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए इंदौर पहुंचे। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया है।
अपने संबोधन में जेपी नड्डा ने कहा कि जिस उत्साह के साथ मैं आप सभी को देख रहा हूं। उससे पता चलता है कि आप एड्स की रोकथाम के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘मैं आपसे अनुरोध है कि एचआईवी से पीड़ित लोगों की स्थिति को समझें और उनके मानवाधिकारों की रक्षा करें। हम सभी को यह संदेश देना चाहिए और दोहराना चाहिए कि हम एचआईवी से पीड़ित के मानवाधिकारों के लिए हैं। हम पीड़ितों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण रखने के पक्ष में हैं।’
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बच्चों को एड्स के प्रति अफेयर करें
जेपी नड्डा ने कहा कि वर्ल्ड एड्स डे उसे डेडिकेट और रि-डेडिकेट करने का दिन है। ये दिन रोकथाम और लोगों को जानकारी का दिन है। यह खुद को एचआईवी से सुरक्षित करने का दिन है।
उन्होंने कहा, ‘हमें एड्स को लेकर चर्चा करने में संकोच नहीं करना चाहिए। जागरूकता के लिए स्कूलो में कार्यक्रम होने चाहिए। बच्चों को अवेयर करना चाहिए।’
नवजवानों को एड्स के काले अध्याय की जानकारी नहीं
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि अभी कोई दवा नहीं आई है, जो एचआईवी का ठीक कर पाएं। दवाएं तो खाना पड़ेगी, लेकिन व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है। ऐसे लोगों को समाज में जगह देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘हमारे समाज ने एड्स की लड़ाई लड़ी है। हमारे नवजवानों ने वो काला दौर नहीं देखा है। इसलिए आपको नहीं मालूम कि एड्स क्या है। 80 से दशक में एड्स पीड़ित व्यक्ति को छू लेने से मरने के हालात बन जाते थे।’
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यह बदलता भारत है
जेपी नड्डा ने कहा कि एक समय भारत में टिटनेस की दवा को 40 साल और टीबी की दवा को आने में 30 साल लग गए। कोरोना काल में भारत ने 9 महीने में वैक्सीन बनाकर पूरी दुनिया को सप्लाई की। अब यह लेने वाला नहीं देने वाला देश है। पहले भारत में छह एम्स थे, जो बढ़कर 22 हो गए है।
उन्होंने आगे कहा कि एक समया था दुनिया में एड्स की दवा नहीं थी। जब दवा आई तो काफी महंगी थी। हमारे देश की कंपनियों ने एड्स की सबसे सस्ती दवाएं बनाई। अब हम दक्षिण अफ्रीका, लेटिन अमेरिका समेत कई देशों को दवाएं भेज रहे हैं।