Junior Mehmood : बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता जूनियर महमूद (नईम सैय्यद) का कल रात 2 बजे मुंबई में निधन हो गया। जूनियर महमूद के निधन की खबर की पुष्टि उनके फैमिली-फ्रेंड्स ने की।
अभिनेता पेट के कैंसर के चौथे स्टेज पर थे। 67 साल की उम्र में जूनियर महमूद कैंसर से ज़िन्दगी की जंग हार गए। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी।
अभिनेता का हिंदी सिनेमा में 60 और 70 के दशकों में शानदार स्टारडम रहता था। उनके निधन से बॉलीवुड को को गहरा झटका लगा है।
5 रूपए थी पहली कमाई
एक बार जूनियर महमूद अपने भाई के साथ शूटिंग देखन गए थे। उस वक्त ‘कितना नाजुक है दिल’ फिल्म की शूटिंग चल रही थी। इस फिल्म में मशूहर कॉमेडियन जॉनी वॉकर भी अभिनय कर रहे थे। शूटिंग में बाल कलाकार अपने डायलॉग बार बार भूल रहा था।
जिसके बाद जूनियर महमूद ने उस बाल कलाकार को अभिनय के लिए टोक दिया। जिसके बाद फिल्म के डायरेक्टर ने जूनियर महमूद को डायलॉग बोलने को कहा।
फिर क्या था जूनियर महमूद ने एक बार में ही डायलॉग बोलकर शॉट पूरा कर दिया है। जूनियर महमूद के इस अभिनय के लिए उन्हें निर्देशक ने पांच रूपए दिए थे।
रेलवे में इंजन ड्राइवर थे पिता
जूनियर महमूद यानि मोहम्मद नईम सैय्यद का जन्म 15 नवंबर 1956 को मुंबई की वडाला रेलवे कालोनी में हुआ था। उनकी परवरिश और पैदाइश बहुत ही साधारण परिवार में हुई थी।
उनके पिता का नाम मसूद अहमद सिद्दीकी था। जो रेलवे में इंजन ड्राइवर का काम करते थे। जूनियर महमूद के पिता ने ही उनका नाम मोहम्मद नईम सैय्यद रखा था।
शम्मी कपूर-मुमताज के साथ किया काम
1968 में जी.पी. सिप्पी की फिल्म ‘ब्रह्मचारी’ से जूनियर महमूद के करियर की शुरुआत हुई थी। जिसके साथ ही जूनियर महमूद को शम्मी कपूर और मुमताज के साथ काम करने का मौका मिला।
इसके बाद ‘दो रास्ते’, ‘आन मिलो सजना’, ‘कटी पतंग’, ‘हाथी मेरे साथी’ और ‘कारवां’ जैसी कई फिल्मों में उन्होनें काम किया।
महमूद ने गोद में लिया
इस फिल्म के बाद उन्होंने रतन भट्टाचार्य की फिल्म ‘सुहागरात’ में महमूद साहब के साले का रोल किया। इस फिल्म की शूटिंग के दौरान उन्होंने अभिनेता महमूद के साथ काफी समय बिताया ।
इस दौरान अभिनेता महमूद ने अपनी बेटी के पहले जन्मदिन में सभी को बुलाया था। लेकिन जूनियर महमूद को न्योता नहीं मिला था। जिसके बाद उन्होंने खुद ही पूछ लिया कि सबको बुला रहे हैं और मुझे क्यों नहीं। महमूद ने हंसते हुए बोला, ‘तू भी आ जाना।’
इस पार्टी में जूनियर महमूद ने महमूद के गाने “काले हैं तो क्या हुआ दिल वाले हैं” पर डांस किया। जिससे खुश होकर उन्हे गोद में उठा लिया और उनके पिता से बोले, ‘इस लड़के को मेरी निगरानी में छोड़ दो।’
जिसके बाद से सभी उन्हे “जूनियर महमूद के नाम पुकारने लगे।
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