Joshimath Sinking Update: इन दिनों जोशीमठ की त्रासदी देश के लिए दुखदायी बनी हुई है वहीं पर घरों में दरारों और भू धंसाव के मामले में घरों को ध्वस्त करने के साथ ही लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजने का प्रयास किया जा रहा है। जहां पर एसडीआरएफ की टीम आ गई है वहीं लोगों द्वारा घर खाली किया जा रहा है। इस बीच ही इस त्रासदी का असर जोशीमठ पर पड़ा है वहीं इसके वासी इस भयावह बदलाव को स्वीकार नहीं कर पा रहे है जहां पर लोगों के आंसू बह रहे है तो वहीं पर घर से जुडे़ यादों को याद कर छोड़ने का मन नहीं बना पा रहे है । अपने हाथों से संजोया घर छूटते नजर आना हर किसी के लिए बुरा है।
जोशीमठ को याद करते यात्री
हमारा 60 साल का आशियाना एक पल में खत्म हो गया। हमें नहीं पता कि हम कहां जाएंगे। हमें सरकार से कुछ भी मदद नहीं मिली। वह (सरकारी अधिकारी) आए और लाल निशान लगाया और (घर) खाली करने के लिए कह दिया: जोशीमठ भू-धंसाव मामले पर पीड़ित महिला बिंदू
हमारा बचपन यहीं बीता है। हमको अचानक घर खाली करने के लिए बोल रहे हैं। शासन-प्रशासन को परवाह नहीं है, वह(अधिकारी) हमारे पास आए और घर खाली करने के लिए बोले। हमारे परिवार में 7-8 लोग हैं। हमने पहले भी कई बार इसके बारे में सरकार को बताया था:जोशीमठ भू-धंसाव मामले पर पीड़ित व्यक्ति मनीष
कमाई से बना घर याद तो आएगा ही
यहां पर यूनियन मिनिस्टर ऑफ स्टेट फॉर डिफेन्स अजय भट्ट ने कहा कि तकलीफ तो होती है, जब किराए का घर छोड़ते हैं तब भी, इन्होंने तो कमाई से अपना घर बनाया था। प्रधानमन्त्री समय-समय पर रिपोर्ट देख रहे हैं। आर्मी देख रही हैं. ITBP, NDRF सब लगी हुई है. जिसको जो भी नुकसान हुआ है सबका एस्टीमेट बन रहा है. जानवरों के लिए भी कैटल बनाया जाएगा. जहां मोदी जी खुद देख रहे हैं, वहां चिंता मत करें. बस मनोबल बनाये रखें.
#WATCH उत्तराखंड: जोशीमठ भू-धंसाव के चलते घर खाली कर रहे स्थानीय लोग भावुक हुए। pic.twitter.com/gNICzVuh9c
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 10, 2023
टेढें होटलों को किया जाएगा ध्वस्त
इस जोशीमठ भू धसांव मामले में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि, सरकार की जिम्मेदारी हर परिवार को बचाना है। जान माल की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री मोदी मिनट मिनट की खबर ले रहे हैं। हमने अधिकारियों को तैनात किया है, आर्मी चौकन्नी है। हमारे पास ITBP के 3 बटालियन हैं। कई एजेंसी सर्वे पर लगी हैं। कुछ होटल जो एक दम टेंढे हो गए थे उनको हटाना जरूरी है। जिसका भी जो भी नुकसान हुआ है उसका आकलन किया जा रहा। सरकार ने क्षतिपूर्ति करने का मन बनाया है, जगह भी खोज ली गई है। जानवरों के लिए कल से आश्रय गृह बनाने का काम शुरू हो जाएगा।