इंदौर। इंदौर नगर निगम (आईएमसी) के डेंगू उन्मूलन दल के साथ कथित रूप से गाली-गलौज और बदसलूकी किए जाने की दो दिन पुरानी घटना को लेकर स्थानीय कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के खिलाफ शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई। नाटकीय घटनाक्रम के दौरान यह प्राथमिकी आईएमसी के उसी अफसर ने दर्ज कराई जिसने घटना वाले दिन पुलिस को बाकायदा लिखित आवेदन दिया था कि वह इस मामले में कांग्रेस विधायक के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहता। राजेंद्र नगर पुलिस थाने की प्रभारी अमृता सोलंकी ने बताया कि आईएमसी अधिकारी उत्तम यादव की शिकायत पर विधायक पटवारी के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 294 (गाली-गलौज कराना) और धारा 353 (सरकारी कर्मचारियों को डरा कर उन्हें उनके कर्तव्य से डिगाने के लिए आपराधिक बल प्रयोग) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले में अपने पुराने रुख से पलटी मारते हुए विधायक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने वाले यादव ने मीडिया से कहा, “मैं और मेरा दल बुधवार को जब डेंगू उन्मूलन के लिए काम कर रहे थे, तब पटवारी ने अपशब्दों का इस्तेमाल कर हमें अपमानित किया और हमारे सरकारी काम में रुकावट पैदा की।”
कांग्रेस ने किया विरोध
पटवारी पर मामला दर्ज करने की मांग को लेकर आईएमसी के कर्मचारियों ने शुक्रवार सुबह सांकेतिक हड़ताल की घोषणा कर दी थी और उन्होंने बड़ी तादाद में राजेंद्र नगर पुलिस थाने में जुटकर धरना-प्रदर्शन भी किया था। प्रदर्शनकारियों में महिला सफाई कर्मी भी शामिल थीं। उधर, मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने पटवारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने को राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का “तानाशाही भरा कदम” करार देते हुए कहा, “आईएमसी का डेंगू उन्मूलन दल मच्छरों और उनके लार्वा के खिलाफ दवाओं के छिड़काव के अभियान के उद्घाटन के लिए भाजपा नेताओं का इंतजार कर रहा था।
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पटवारी ने इस अनुचित चलन के खिलाफ एक निर्वाचित जन प्रतिनिधि के तौर पर आवाज उठाई थी।” गौरतलब है कि आईएमसी अधिकारी यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरुण यादव के रिश्तेदार हैं। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता उमेश शर्मा ने बुधवार को आरोप लगाया था कि अरुण यादव के इशारे पर ही आईएमसी के इस अफसर ने घटना वाले दिन कांग्रेस विधायक पटवारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने से कदम पीछे खींच लिए थे। शर्मा ने यह मांग भी की थी कि आईएमसी में प्रतिनियुक्ति पर बरसों से काम कर रहे उत्तम यादव को पद से हटाया जाना चाहिए।