Jitu Patwari ने सिंधिया और उनके समर्थकों को बताया बाराती घोड़ा, बोले- तभी तो भाग गए
मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘लंगड़े घोड़े’ वाले बयान को लेकर राजनीतिक विवाद छिड़ गया है…3 जून को भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल ने कहा था – “अब समय आ गया है कि हम लंगड़े घोड़े को अलग करें। तीन तरह के घोड़े होते हैं – रेस का घोड़ा, बारात का घोड़ा और लंगड़ा घोड़ा।” उन्होंने यह बात पार्टी के भीतर अलग-अलग मानसिकता वाले कार्यकर्ताओं के संदर्भ में कही थी। हालांकि, बीजेपी ने इस बयान को विवादास्पद बताते हुए राहुल पर दिव्यांगों का अपमान करने का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा – “हम ‘विकलांग’ की जगह ‘दिव्यांग’ शब्द का प्रयोग करते हैं क्योंकि ये भगवान के विशेष लोग हैं। राहुल गांधी किस हद तक गिरेंगे?” इसके बाद भोपाल में दिव्यांगों और पैरा एथलीट्स ने सरकार को ज्ञापन देकर राहुल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं, अब कांग्रेस पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पलटवार किया है, और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है…उन्होंने कहा राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को मैसेज दिया है कि बहादुरों को लड़ना है विपक्ष की भूमिका निभानी है. उन्होंने कहा कि एक ऐसे घोड़े होते हैं जो सत्ता के आसपास नाचते हैं, यह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 28 नेता गए थे, उनके लिए कहा था. यह सभी बाराती घोड़े थे. यह बाराती घोड़े थे तभी तो वहां भाग गए, कांग्रेस में सभी रेस के घोड़े बचे हैं, जो दौड़ रहे हैं, जिनको बड़े-बड़े पद मिले थे, जिन्होंने सत्ता छोड़ दी उनको लंगड़ा घोड़ा कहा, वह सभी बीजेपी में हैं.”जीतू पटवारी दिव्यांगो से माफी भी मांगी..