नई दिल्ली। जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस ने उपग्रह और मोबाइल फोन सेवा नेटवर्क के लिए स्पेक्ट्रम के लचीले (विभिन्न प्रकार से) इस्तेमाल की अनुमति देने के लिए दूरसंचार नियामक ट्राई को पत्र लिखा है।
ट्राई के है चेयरमैन
कंपनी ने पांच सितंबर को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के चेयरमैन पी डी वाघेला को लिखे पत्र में कहा कि प्रौद्योगिकी विकसित हो रही है जो उपग्रह तथा स्थलीय नेटवर्क के अभिसरण को सक्षम बनाएगी।
इसलिए नियामक को स्थलीय तथा उपग्रह सेवाओं के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी के लचीले इस्तेमाल पर विचार करना चाहिए।पत्र में जियो सैटेलाइट ने 24-30 गीगाहर्ट्ज बैंड में उच्च फ्रीक्वेंसी के लचीले उपयोग की अनुमति देने के न्यूजीलैंड सरकार के फैसले का हवाला दिया।
जानिए कंपनी ने क्या लिया फैसला
कंपनी ने कहा कि न्यूजीलैंड की मंत्रिमंडल की आर्थिक विकास समिति ने सैटेलाइट तथा मोबाइल सेवाओं के लिए 24-30 गीगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम आवंटित करने का फैसला किया है। देश में अभी संयुक्त राष्ट्र निकाय अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ के निर्णयों के आधार पर सेवाओं के एक विशेष सेट के लिए स्पेक्ट्रम फ्रीक्वेंसी को निर्धारित किया जाता है।
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