Goverment School : देश में सकारी स्कूलों की दयनीय हालातों से हर कोई बाकिफ है। हालंकि देश की कुछ राज्य सरकारे शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। लेकिन झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के करीब 42 हजार सरकारी स्कूलों को निजी हाथों में देने की बात कही है।
स्कूलों को निजी हाथों में दे दिया जाएग…
दरअसल, झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो प्रदेश के सरकारी खुश नहीं है. मंत्री जगरनाथ ने झारखंड जिला परियोजना परिषद की बैठक के दौरान नाराज होते हुए कहा कि सरकार प्रतिवर्ष 22 हजार रूपये खर्च करती है लेकिन इसके बाद भी स्कूलों की हालत वैसी की वैसी है। लेकिन अब ये सब नहीं चलेगा नहीं तो प्रदेश के करीब 42 हजार स्कूलों को निजी हाथों में दे दिया जाएगा.
जिम्मेदार अफसरों पर गिरेगी गाज
आपकों बात दें कि चालू वित्तीय वर्ष के 43 दिन ही बचे हैं. लेकिन इसके बाद भी शिक्षा विभाग अभीतक 50 करोड़ रुपए खर्च नहीं कर सका है. जिसके चलते ये पैसे अब वापस करने की नौबत आ गई है. इसी बात को लेकर जब मंत्री जी ने जिला शिक्षा अधिकारियों से जबाव मांगा तो अधिकारी बंगले झांकने लगे और कोई संतुष्ट जबाव नहीं दे पाए। राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने अधिकारियों को एक महीने में ये पैसे खर्च करने का आदेश देते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो जो भी जिम्मेदार होगा उसे सस्पेंड कर दिया जाएगा।