MP Jhabua TI Rape Case: झाबुआ जिले के थांदला में पदस्थ थाना प्रभारी (टीआई) राजकुमार कुंसारिया के खिलाफ भोपाल महिला थाने में रेप का मामला दर्ज हुआ है। इस केस की शिकायत एक युवती ने अक्टूबर 2022 में की थी, लेकिन रसूखदार टीआई के चलते एफआईआर दर्ज होने में पूरे दो साल लग गए।
पीड़िता का आरोप है कि आरोपी टीआई ने न सिर्फ उसके साथ रेप किया, बल्कि लिव-इन रिलेशन में रखकर शादी का झांसा दिया, और जब उसने दूरी बनानी शुरू की तो बदनाम करने के लिए उसका मोबाइल नंबर पोर्न साइट्स पर तक डाल दिया।
बचपन के दोस्त, फिर लिव-इन रिलेशन
पीड़िता ने बताया कि वह और टीआई राजकुमार कुंसारिया बचपन के दोस्त थे। 22 साल बाद 2019 में भोपाल के अयोध्या बायपास स्थित उसके ढाबे ‘वीरा दा ढाबा’ पर दोनों की मुलाकात हुई।
23 अगस्त 2019 को राजकुमार ने अपना जन्मदिन बताकर उसे घर बुलाया और नशीली गोली खिलाकर उसके साथ जबरन संबंध बनाए।
इसके बाद वह लगातार उसे शादी का झांसा देता रहा। कहता था कि पत्नी से तलाक लेकर तुमसे शादी करूंगा। 2022 में जब उसका ट्रांसफर पचमढ़ी हो गया तो वह धीरे-धीरे दूरी बनाने लगा। मार्च 2023 में उसने साफ कहा कि शादी नहीं कर सकता, अगर लिव-इन में रहना है तो रहो।
कार में किया बलात्कार
पीड़िता के अनुसार, 16 अक्टूबर 2022 को जब टीआई राजकुमार सोहागपुर में ड्यूटी पर था और उसने उसका फोन नहीं उठाया, तो उसने ड्राइवर मलिक को मैसेज किया।
इस पर अगले दिन राजकुमार ने उसे डांटकर सोहागपुर बुलाया। वहां पहुंचने पर उसने उसे कार में बैठाया, उसका सिर डैशबोर्ड से टकराया और थप्पड़ मारे।
जब ड्राइवर मलिक आया तो राजकुमार ने कहा “ये किस्सा आज खत्म करते हैं”, और कार की पिछली सीट पर जंगल में बलात्कार किया। इस दौरान ड्राइवर ने धमकी भरे लहजे में कहा – “सर, आप उतर जाओ, मैं इसे ठिकाने लगाकर आता हूँ। जिंदा छोड़ा तो हमारे लिए मुश्किल होगी।”
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एफआईआर से पहले दो साल की जद्दोजहद
पीड़िता का कहना है कि उसने भोपाल कमिश्नर, डीसीपी, क्राइम ब्रांच, अयोध्या नगर थाने तक हर जगह शिकायत दी, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई।
उल्टा जनवरी 2024 में टीआई कुंसारिया ने ही उसके खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज करवा दिया। हालांकि, कोर्ट से उसे अग्रिम जमानत मिल गई।
बाद में जब उसने नए डीजीपी कैलाश मकवाना से जनसुनवाई में मुलाकात की और सारे सबूत दिए तो उन्होंने तत्काल एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया। फिर 28 मार्च 2025 को महिला थाने में रेप का केस दर्ज हुआ।
पीड़िता का आरोप
2 लाख रुपए में ट्रांसफर करवाया: युवती ने बताया कि टीआई ने खुद कहा कि उसे ट्रांसफर करवाना है और तीन लाख रुपए चाहिए। उसने दो लाख रुपए दिए, जिससे कुंसारिया ने खुद को पुलिस ट्रेनिंग स्कूल, पचमढ़ी ट्रांसफर करा लिया।
चलती कार में बलात्कार: अक्टूबर 2022 में राजकुमार ने उसे सोहागपुर बुलाया। कार में ड्राइवर मलिक के सामने पीटा और फिर कार की पिछली सीट पर जंगल में उसके साथ रेप किया। मलिक ने कहा भी- “सर, छोड़ दो, नहीं तो मुश्किल हो जाएगी।”
शिकायत फाड़ दी गई: जब पीड़िता महिला थाने पहुंची तो तत्कालीन टीआई ने कोई सुनवाई नहीं की। अगले दिन अयोध्या नगर थाने में शिकायत लिख रही थी, तभी आरोपी की बहन नीतू ने शिकायती पत्र फाड़ दिया और कहा- “शादी हो जाएगी, शिकायत मत करो।” इसके बाद वो खुद उसे घर छोड़ने आई।
नशे की लत लगाई, फिर ब्लॉक कर दिया
पीड़िता ने बताया कि राजकुमार उसे रोज एक गोली देता था, जो बाद में नशे की लत बन गई। उसे छुड़ाने के लिए उसे इलाज कराना पड़ा। धीरे-धीरे उसने उसे हर जगह से ब्लॉक कर दिया और कहा कि अब वह अपनी शादीशुदा जिंदगी में खुश है।
आरोपी बोला- एआई से बनाई गई फोटो और वीडियो
जब मीडिया ने टीआई राजकुमार कुंसारिया से इस मामले में प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कहा, “मैं उस युवती को जानता तक नहीं। जो फोटो और वीडियो वो दिखा रही है, वो सब AI जनरेटेड और एडिटेड हैं।”
पुलिस और कानून का क्या कहना है?
महिला थाना प्रभारी अंजना दुबे ने कहा, “कानून सभी के लिए बराबर है। जांच शुरू कर दी गई है, और आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।”
वहीं, क्रिमिनल लॉयर जगदीश शर्मा ने कहा कि जिन धाराओं में केस दर्ज हुआ है, उसमें सीधे गिरफ्तारी बनती है। अगर आरोपी कोर्ट से बेल नहीं लेता है तो पुलिस इनाम घोषित कर सकती है और बाद में संपत्ति भी कुर्क की जा सकती है।
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