Jawan Movie Review: साल 2023 की शुरुआत में ब्लॉकबस्टर ‘पठान’ देने के बाद शाहरुख एक बार फिर दर्शकों के बीच आए हैं. पठान के बाद अब शाहरुख खान ‘जवान’ बनकर सिनेमाघरों में उतरे हैं. एटली कुमार के निर्देशन में बनी ‘जवान’ आज सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है और शाहरुख के फैंस इसे लेकर काफी उत्साहित हैं.
फिल्म में शाहरुख खान, नयनतारा और विजय सेतुपति मुख्य भूमिका में हैं. इसके अलावा फिल्म में दीपिका पादुकोण स्पेशल अपीयरेंस में हैं.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सुबह से ही दर्शकों के बीच फिल्म देखने का क्रेज देखने को मिल रहा है. इसका असर जवान की टिकट की एडवांस बुकिंग पर भी देखने को मिला.
बेटे को हाथ लगाने से पहले बाप से बात कर. जवाब का ट्रेलर आते ही ये डायलॉग वायरल हो गया. बड़े पर्दे पर किंग खान के मुंह से इसे सुनने का इंतजार कर रहा था लेकिन इतनी सीटियां बजने के कारण सुन नहीं सका. खूब तालियाँ बजीं. इतना शोर था कि शाहरुख दिल से चाहने के बाद भी ये डायलॉग नहीं सुन पाए.
ये शाहरुख खान का जादू है जिन्होंने थिएटर को एक तरह से स्टेडियम में बदल दिया. जवान शानदार है, पैसे की कीमत पर पूरी कीमत और इस फिल्म ने पुष्टि कर दी है कि शाहरुख खान का युग एक बार फिर से धमाकेदार वापसी कर चुका है और यह जल्द खत्म नहीं होने वाला है.
दमदार है फिल्म की कहानी
यह एक ऐसे युवक की कहानी है जिसकी जिंदगी खराब सरकारी सिस्टम के कारण खराब हो जाती है और कैसे उसका बेटा इस सिस्टम का इस्तेमाल करके सिस्टम को ठीक करता है। यह कहानी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और गरीबों के अधिकारों के बारे में है.
किसानों की आत्महत्या की बात हो रही है, ख़राब स्वास्थ्य व्यवस्था की बात हो रही है, सही नेता को वोट देने की बात हो रही है. कहानी नई नहीं है लेकिन जिस तरह से बताई गई है उसे देखने के लिए थिएटर में जाएं.
फिल्म में आते हैं एक के बाद एक ट्विस्ट
यह फिल्म शानदार है. पहले 30 मिनट उथल-पुथल वाले होते हैं. इसके बाद गाने फिल्म की गति को धीमा तो करते हैं लेकिन ज्यादा नहीं. फिल्म में एक के बाद एक ट्विस्ट आते हैं और आप हैरान होते जाते हैं. किंग खान पर्दे पर जो करिश्मा करते हैं उसे आप थिएटर में बैठकर ही महसूस कर सकते हैं.
इसे किसी भी तरह से लिखा नहीं जा सकता. शाहरुख एक के बाद एक नए अवतार में नजर आते हैं और तहलका मचा देते हैं.
जब शाहरुख सफेद बाल और दाढ़ी के साथ आते हैं तो ऐसा लगता है कि वह इस बूढ़े से ज्यादा हैंडसम नहीं हो सकते. शाहरुख ने अब तक भले ही रोमांस किया हो लेकिन यह फिल्म बताती है कि किंग खान वाकई किंग हैं और जब उनका जादू चलता है तो हर जादू फेल हो जाता है,
फिल्म में अगर गानों को छोड़ दिया जाए तो कुछ भी बोरिंग नहीं लगता। ज्यादा कुछ नहीं लगता. आपका अंत तक मनोरंजन होता है और जबरदस्त तरीके से मनोरंजन होता है.
शाहरुख खान ने कमाल की एक्टिंग की है. उनके हर सीन के एक-एक डायलॉग पर सीटियां बजती हैं. यहां पहली बार गंजे शाहरुख नजर आए हैं और उन्होंने स्क्रीन पर आग लगा दी है. शाहरुख ने अपनी ही छवि तोड़ी है. विजय सेतुपति ने विलेन के किरदार में जान डाल दी है.
नायक की वीरता तभी सामने आती है जब खलनायक ताकतवर हो और इससे ताकतवर खलनायक कोई हो ही नहीं सकता. वह स्क्रीन पर आते ही खौफ फैला देते हैं. नयनतारा कमाल की लग रही हैं और उनकी एक्टिंग भी जबरदस्त है. दीपिका का रोल छोटा है लेकिन वह अपना प्रभाव छोड़ती हैं.
रिद्दी डोगरा और सान्या मल्होत्रा की भूमिकाएँ छोटी लेकिन महत्वपूर्ण हैं और उन्होंने अच्छा काम भी किया है.
एक्शन सीक्वेंस हैं जबरदस्त
एटली ने फिल्म को जबरदस्त तरीके से बनाया है. शायद साउथ के मसालों के साथ शाहरुख खान को इससे बेहतर तरीके से पेश नहीं किया जा सकता था. एक्शन सीक्वेंस जबरदस्त हैं और कुछ सीक्वेंस तो काफी हैरान कर देने वाले हैं. एटली ने फिल्म पर पकड़ बना रखी है.
किसान आत्महत्या के दृश्यों को जिस भावनात्मक तरीके से फिल्माया गया है। आपकी आंखों में आंसू आ जाते हैं. फिल्म में अहम मुद्दों को बेहद मनोरंजक तरीके से दिखाया गया है.
फिल्म का संगीत अनिरुद्ध रवि चंदर ने दिया है. संगीत अच्छा है लेकिन गाने फिल्म के बीच में खिंचते रहते हैं.
कुल मिलाकर अगर आप सिनेमा के शौकीन हैं. अगर आप शाहरुख के दीवाने हैं तो तुरंत टिकट बुक कर लीजिए क्योंकि आपको पता चल जाएगा कि थिएटर कैसे स्टेडियम में तब्दील हो जाता है.
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