हाइलाइट्स
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टॉप 3 अर्थव्यवस्थाओं की सूची से बाहर हुआ जापान
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जापान में लगातार दो तिमाहियों में GDP में आई गिरावट़
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2026 तक भारत, जापान की इकॉनमी से आगे निकलेगा
Japan Economic Crisis: जापान इस समय गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है. देश में इस समय भयानक मंदी छाई हुई है. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान आर्थिक रूप से बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. बढ़ती महंगाई से घरेलू डिमांड और प्राइवेट खपत पर भी असर पड़ा है. इस कारण जापान दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से चौथे स्थान पर फिसल गया है.
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भारत निकलेगा जापान से आगे
ताजा आंकड़ों के हिसाब से जापान आर्थिक रुप से कमजोर होते हुए दिखाई दे रहा है. जापानी अर्थव्यवस्था 0.4 फीसदी की सालाना दर से सिकुड़ गई है, जो पिछली तिमाही से शून्य से 0.1 फीसदी कम है. इन आंकड़ों के लिहाज से भारत का वास्तविक जीडीपी में जापान से आगे निकलना तय है.
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुमान के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था 2026 में जापान से आगे निकल जाएगी. साथ ही 2027 में भारत जर्मनी को पीछे छोड़ दुनिया की टॉप तीन इकोनॉमी वाले देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा. फिलहाल भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में शामिल है.
तीसरे पायदान पर पहुंचा जर्मनी
जुलाई-सितंबर में जापान की इकॉनमी में 3.3% की गिरावट के आई थी. इसके साथ ही प्रोविजनल ग्रॉस डोमेस्टिक प्रॉडक्ट (GDP) में एक साल पहले की तुलना में चौथी तिमाही में 0.4% की गिरावट आई. 2022 में जापान की करेंसी में डॉलर के मुकाबले करीब 20 फीसदी गिरावट आई. 2023 में भी यह गिरावट 7 फीसदी रही. कमजोर होती इकॉनमी के साथ जापान टॉप 3 इकॉनमी से बाहर हो गया. अब उसकी जगह जर्मनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है.
महंगाई और घरेलू खपत में कमजोरी रही बड़ी वजह
जापान में बीते कुछ समय में महंगाई काफी बड़ी हुई है. कोर महंगाई दर (खाद्य और एनर्जी कीमतों को छोड़कर) केंद्रीय बैंक के 2% लक्ष्य से 15 वें महीने भी ऊपर रही है. ऐसे में जीडीपी के आंकड़े अनुमान से भी ज्यादा कमजोर होते गए. और जापान में आर्थिक संकट (Japan Economic Crisis) आ गया. अब बैंक ऑफ जापान मंहगाई को काबू में रखते का प्रयास कर रहा है. फिलहाल केंद्रीय बैंक सैलरी में बढ़ोतरी से कंज्यूमर खपत बढ़ाने पर फोकस कर रहा है.
दुनिया की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं
27.974 ट्रिलियन डॉलर के साथ अमेरिका पहले पायदान पर
18.566 ट्रिलियन डॉलर के साथ चीन दूसरे पायदान पर
4.730 ट्रिलियन डॉलर के साथ जर्मनी तीसरे पायदान पर
4.291 ट्रिलियन डॉलर के साथ जापान चौथे पायदान पर
4.112 ट्रिलियन डॉलर के साथ भारत पांचवे पायदान पर