नई दिल्ली। अंग्रेजों ने भारत पर लगभग 200 वर्षों तक शासन किया। इस दौरान उन्होंने हमारे देश को खूब लूटा और सारा धन लेकर ब्रिटेन चले गए। एक दौर था जब अंग्रेजों ने दुनिया के लगभग 70 प्रतिशत देशों को अपना गुलाम बनाया था। यहां तक कि वर्तमान समय में सुपरपावर बन चुका अमेरिका भी उसका गुलाम हुआ करता था। भारत भी लगभग पूरी तरीके से अंग्रेजों के कब्जे में था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उस दौरान एक राज्य ऐसा भी था जो अंग्रेजों के कब्जे से बचा रह गया था। ज्यादातर लोग इस बारे में नहीं जानते हैं। तो चलिए आज हम आपको इस राज्य के बारे में बताते हैं कि कैसे भारत में अंग्रेजों के शासन के बाद भी यह बचा रह गया था।
गोवा पर कभी नहीं रहा अंग्रेजों का कब्जा
बता दें कि गोवा एक ऐसा राज्य है जो कभी भी अंग्रेजों का गुलाम नहीं हुआ। हालांकि, तब भी ये आजाद नहीं था। क्योंकि यहां पुर्तगालियों काल लंबे समय से शासन था। पुर्तगालियों ने करीब 450 साल तक गोवा पर शासन किया। भारत में अंग्रेजों के आने से पहले और उसके जाने के बाद तक गोवा में पुर्तगालियों का शासन रहा।
यहां पुर्तगालियों का कब्जा था
मालूम हो कि भारत की आजादी के 2 दशक बाद भी गोवा पर पुर्तगालियों का शासन था। लेकिन आखिरकार 19 दिसम्बर 1961 को उसे आजाद कराके भारत में शामिल करा लिया गया। पुर्तगालियों ने गोवा पर 1510 में कब्जा किया था और प्राचीन गोवा में स्थायी राज्य शासन की नींव रखी थी। चूंकि पुर्तगाली उस समय पूरे भारत पर शासन करने में सक्षम नहीं थे इस कारण से उन्होंने केवल गोवा पर ही शासन किया।
वहीं बाद में आए अंग्रेजों ने धीरे-धीरे पूरे भारत पर कब्जा कर लिया। ऐसा इसलिए क्योंकि अंग्रेज भारत से पहले कई देशों को अपना गुलाम बना चुके थे और उन्हें पता था कि किसी देश को कैसे गुलाम बनाकर रखा जा सकता है।
क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा राज्य
गोवा की बात करें तो क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे छोटा राज्य है। वहीं GDP के लिहाज से भारत का सबसे अमीर राज्य है। इसकी आय का प्रमुख स्रोत पर्यटन है। गोवा के समुद्री तट देश और दुनिया में जाने जाते हैं और हर साल देश विदेश के लाखों पर्यटक गोवा घूमने जाते हैं।