नई दिल्ली। भारत को मसालों का देश कहा जाता है। दुनिया में एक से बढ़कर एक मसाले हैं। लेकिन एक ऐसा मसाला है जो अपने स्वाद के साथ-साथ कीमत के लिए भी मशहूर है। इस मसाले को दुनिया का सबसे महंगा मसाला कहा जाता है। इसका नाम है ‘केसर’। इसे कई देशों में उगाया जाता है, लेकिन प्रमुख रूप से भारत, फ्रांस, स्पेन, ईरान, इटली, ग्रीस, जर्मनी, जापान, रूस, ऑस्ट्रिया, तुर्किस्तान, चीन, पाकिस्तान और स्विट्जरलैंड में उगाया जाता है। भारत में केसर की खेती जम्मू के किश्तवाड़ और जन्नत-ए-कश्मीर के पामपुर के सीमित क्षेत्रों में अधिक की जाती है।
रेड गोल्ड भी कहा जाता है
केसर को अंग्रेजी में सैफ्रन कहा जाता है। बाजार में केसर की कीमत ढाई लाख रुपये से तीन लाख रुपये प्रति किलो के बीच है। केसर के महंगा होने की वजह ये है कि इसके डेढ़ लाख फूलों से लगभग एक किलो सूखा केसर ही प्राप्त होता है। कई लोग इसके इतना महंगा होने के कारण ‘रेड गोल्ड’ भी कहते हैं। माना जाता है कि करीब 2300 साल पहले ग्रीस (यूनान) में सबसे पहले सिकंदर महान की सेना ने इसकी खेती की थी।
दुनिया में सबसे ज्यादा केसर की खेती स्पेन में होती है
जानकारों के अनुसार मिस्र की रहस्यमय रानी के तौर पर मशहूर क्लियोपेट्रा भी अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए केसर का इस्तेमाल करती थीं। हालांकि, कुछ लोग मानते हैं कि केसर की उत्पत्ति दक्षिणी यूरोप के देश स्पेन में हुई है। क्योंकि आज दुनिया में सबसे ज्यादा केसर की खेती स्पेन में ही होती है। केसर के फूलों की खुश्बू इतनी तेज होती है कि आसपास के इलाके महक उठते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि हर फूल में केवल तीन ही केसर पाए जाते हैं।
कई क्षेत्रों में होता है इसका इस्तेमाल
वैसे तो केसर का इस्तेमाल आयुर्वेदिक नुस्खों में, खाद्य व्यंजनों में और देव पूजा में तो होता ही था, लेकिन अब पान मसालों और गुटखों में भी इसका इस्तेमाल होने लगा है। केसर को रक्तशोधक, निम्न रक्तचाप को ठीक करने वाली और कफ नाशक भी माना जाता है। इसी वजह से इसका इस्तेमाल चिकित्सा से लेकर जड़ी-बूटियों तक में किया जाता है।