नई दिल्ली। सोमवार की रात Janmastmi August 2021 dadhikanda utsav घड़ी में 12 बजने के साथ ही शंखनाद शुरू हो गया। भए प्रकट कृपाला दीन दयाला….स्तुति के साथ भगवान का जन्म हुआ। खीरा काटकर भगवान का जन्म हुआ। शहर के मंदिरों के साथ—साथ घरों में जन्मोत्सव की धूम रही। मंगलवार को भगवान के जन्म की खुशी में बधाइयां गाई गईं। नंदोत्सव मनाकर लड्डू और मिठाई बांटी।
कल होगा दधीकांदा उत्सव
मंगलवार को बधाई होने के बाद दधीकांदा उत्सव मनाया गया। रात 8 बजे से उत्सव शुरू हुआ। माखन लूट कर खुशियां मनाई गईं। भगवान का भी बालक रूप यानि लड्डू गोपाल रूप में जन्म हुआ है। कल दधीकांदा के बाद ओखली लीला होगी। जिसमें भगवान को ओखली से बांधा जाएगा। फिर उनका नाम रखने की परंपरा निभाई जाएगी। इसके बाद और भिन्न प्रकार के संस्कार होंगे। इसके बाद माखनलाल लीला छठी उत्सव मनाया जाएगा।
ये उत्सव होंगे।
1 — जन्मोत्सव
2 — नंदोत्सव
3 — दधी कांदा उत्सव
4 — ओखली लीला
5 — माखन लीला
7 — नामकरण
8 — छठी महोत्सव