भोपाल। इस समय पूरे देश में जन्माष्टमी की धूम मची हुई है। घरों से लेकर मंदिरों तक, स्कूलों से लेकर गली के चौराहों पर जय कन्हैया लाल की के स्वर सुनाई दे रहे हैं। तिथियों के घटने बढ़ने के कारण कई स्थानों पर 19 अगस्त यानि कल तो कई स्थानों पर आज जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है। स्मार्थ संप्रदाय के लोगों ने शुक्रवार को जन्माष्टमी मनाई। घरों में रात के 12 बजते ही बाल गोपाल का जन्म हुआ। तो वहीं मंदिरों में आज 20 अगस्त को बाल गोपाल अवतरित होंगे।
पट बांध कर काटा नरा –
घरों के मंदिरों में दिन भर तैयारियां चलती रहीं। कान्हा के झूले सजाए गए। मंदिरों को फूलों और बंदरवारों से सजाया गया। धीरे-धीरे पूजन की प्रक्रिया शुरू हुई। जैसे-जैसे समय नजदीक आय सबसे पहले भगवान का पाट पूजन स्थल पर चिपका कर पर्दा लगाकर लड्डू गोपाल का जन्म हुआ। उनके प्रतीक के रूप में ककड़ी को नरा के रूप में काटा गया। इसके बाद पंचामृत, और गंगाजल से स्नान कराकर आरती की गई। जिसके दुहाई बाबा नंद के, जय कन्हैया लाल के उद्घोष के साथ भगवान का जन्म हुआ।
मथुरा के नंदगाव में आज मनेगी जन्माष्टमी
मथुरा और वृंदावन के बाद रविवार को नंदगांव में कान्हा के जन्मोत्सव की धूम मचेगी। शनिवार की रात 12 बजे नंदबाबा मंदिर में बालगोपाल का जन्म होगा। इसे लेकर मंदिर परिसर में भव्य सजावट की गई है।
ढांढ-ढांढिन लीला होगी आकर्षण का केंद्र
जन्म के बाद शीत से बचाने के लिए सोंठ और धनिया की पंजीरी दी जाएगी। जन्म के बाद मां यशोदा के मस्तक और पेट पर कपड़ा बांध दिया जाएगाए जो कान्हा की छटी तक बंधा रहेगा। अष्टमी की रात में भजन संध्या और कृष्ण वंशावली का बखान किया जाएगा है। आपको बता दें इस अवसर पर ढांढ-ढांढिन लीला आकर्षण का केंद्र रहेगी। वैदिक मंत्रों के साथ गुप्त अभिषेक किया जाएगा।