रिपोर्ट – राहुल धनगर
Jal Jeevan Mission Mandsaur: मंदसौर के 820 गांवों को आज भी नल से जल का इंतजार है। जिले में 1049 करोड़ की लागत से जल जीवन मिशन योजना फेल होती नजर आ रही है। योजना का काम मार्च में पूरा होना था, लेकिन ये दिसंबर तक भी अधूरा है।
3 की जगह 1-2 फीट पर डाले पाइप
गरोठ के रूपारेल गांव में जल जीवन मिशन योजना की पाइपलाइन बिछाई जा रही है। नियमों के मुताबिक ठेकेदार को 3 फीट की गहराई पर पाइपलाइन बिछानी थी, लेकिन 1-2 फीट गहराई पर ही पाइप डाल दिए गए हैं। अब जैसे-तैसे काम निपटाया जा रहा है।
विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत
सूत्रों के मुताबिक मंदसौर में जल जीवन मिशन की योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। विभागीय अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत से योजना का काम इतना लेट हुआ और ये फेल होती दिख रही है।
ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 2 साल से योजना का काम जारी है, लेकिन अब तक काम पूरा नहीं हुआ है। पाइप ऊपर डाले गए हैं। पानी से सड़क पर कीचड़ हो रहा है। लोगों को अब तक नल कनेक्शन नहीं मिले हैं। सरपंच और अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
गांव के सरपंच की भी नहीं सुन रहे अधिकारी
रूपारेल गांव के सरपंच नाथू सिंह जल जीवन मिशन योजना में हो रहे भ्रष्टाचार और खराब काम की शिकायत सभी अधिकारियों से कर चुके हैं, लेकिन उनकी भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
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मंदसौर में योजना को पलीता
जल जीवन मिशन योजना से गांव-गांव में घर-घर तक लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। केन्द्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से संचालित हो रही इस योजना में करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन मंदसौर जिले में जिम्मेदार इस योजना को पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
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