Shankaracharya Swaroopanand passes away : जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद का निधन हो गया है। उन्होंने अपनी अंतिम सांस परमहंसी गंगा आश्रम झोतेश्वर में ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। वे द्वारकापीठ के शंकराचार्य थे उनका 99 वर्ष की आयु में निधन हुआ है।
आपको बता दें कि जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद आजादी की लड़ाई में भाग लेकर जेल गए थे। उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी थी। जानकारी के अनुसार द्वारिका एवं ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी का स्वास्थ्य बिगड़ा गया था। उनके उपचार में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगी थी। लेकिन उनका निधन हो गया।
आपको बता दें कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी देश की चार प्रमुख पीठों में शामिल थे। वह द्वारका की शारदा पीठ और ज्योर्तिमठ बद्रीनाथ के शंकराचार्य थे। अंतिम समय में शंकराचार्य के अनुयायी और शिष्य उनके समीप थे। हाल ही में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी ने 3 सितंबर को अपना 99 वां जन्मदिन मनाया था। स्वरूपानंद सरस्वती को हिंदुओं का सबसे बड़ा धर्मगुरु माना जाता था। जब वह 9 वर्ष के थे तब ही उन्होंने अपना घर त्याग दिया था। घर से निकलने के बाद वह काशी पहुंचे थे। कई राजनैतिक हस्तियों से उनका संवाद होता था। उनका आशीर्वाद लेने बड़े से बड़े राजनेता आते थे। आज शाम से उनके अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थीव शरीर रखा जाएगा।