हाइलाइट्स
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SDM कार्यालय के बाबू निकले रिश्वतखोर
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जमीन नामांतरण की फाइल के लिए मांगे थे पैसे
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10 महीने से रोक रखी थी आवेदक की फाइल
Jabalpur News: मध्यप्रदेश में भ्रष्ट अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त टीम लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में लोकायुक्त की टीम ने जबलपुर में 2 रिश्वतखोर बाबूओं को योजना बना कर पकड़ा है.
दोनों बाबूओं ने एक व्यक्ति से जमीन नामांतरण के बदले रिश्वत की मांग की थी. लोकायुक्त की टीम ने योजना बनाकर रिश्वत के लेने देन को लेकर 2 आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ लिया. जबलपुर में गोरखपुर एसडीएम कार्यालय में दोनों बाबू काम करते थे.
बाबूओं ने 10 महीने लटकाए रखी फाइल
गोरखपुर एसडीएम कार्यालय में कार्यरत दो बाबूओं ने जमीन की फाइल पास कराने के बदल में 25 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी. पैसे नहीं देने के चलते आरोपियों ने फाइल को लगभग 10 महीने अटकाए रखा.
प्रार्थी सच्चिदानंद गोस्वामी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की थी. जिसके बाद लोकायुक्त की टीम ने योजना बनाकर दोनों आरोपियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया.
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इस तरह पकड़े गए आरोपी
दरअससल सच्चिदानंद गोस्वामी ने जमीन नामांतरण के लिए एसडीएम कार्यालय में फाइल भेजी थी. यहां के बाबू आशीष पांडे और अशोक रजक ने फाइल पास कराने के बदले में रिश्वत मांग ली. इसके बाद आवेदक सच्चिदानंद गोस्वामी ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस से कर दी.
पीड़ित की शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने प्लान बनाकर 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए दोनों बाबूओं को गिरफ्तार कर लिया. संबंधित जानकारी लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक नीतू त्रिपाठी ने दी है. अब दोनों बाबूओं को गिरफ्तार कर लिया गया है. लोकायुक्त की टीम लगातार इस तरह की कार्रवाई कर रही है. ताकि प्रशासन में भ्रष्ट कर्मचारियों और अधिकारियों को पकड़ा जा सके और भ्रष्टाचार में कमी आए.