हाइलाइट्स
- प्रशासन की कार्रवाई, झोलाछाप डॉक्टर दशरथ कुमार अरेस्ट।
- क्लिनिक सील, दवाओं के साथ हिंदू विरोधी साहित्य बरामद।
- झोलाछाप डॉक्टर पर इलाज के बहाने धर्मांतरण के आरोप।
Jabalpur Fake Doctor Religious Conversion Case: जबलपुर के रिछाई क्षेत्र में मंगलवार को प्रशासन और पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। पुलिस ने यहां इलाज के बहाने धर्मांतरण कराने के आरोप में झोलाछाप डॉक्टर दशरथ कुमार बैरागी को गिरफ्तार किया है। यह फर्जी डॉक्टर न केवल अवैध तरीके से मरीजों का इलाज कर रहा था, बल्कि वह हिंदू धर्म विरोधी साहित्य भी बांटकर धर्मांतरण की कोशिश में जुटा था। क्लिनिक से भारी मात्रा में बिना लाइसेंस की दवाएं और हिंदू विरोधी आपत्तिजनक साहित्य बरामद किए गए हैं। साथ ही आरोपी के क्लिनिक को सील कर दिया गया है।
इधर, धर्मांतरण का मामला सामने आते ही हिंदू संगठनों का गुस्सा भड़क गया। विश्व हिंदू परिषद ने झोलाछाप डॉक्टर पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए क्लिनिक के बाहर हंगामा कर दिया।
15 सालों से चला रहा था अवैध क्लिनिक
दरअसल, जबलपुर के रिछाई क्षेत्र में दशरथ बैरागी नामक 50 वर्षीय व्यक्ति वर्षों से झोलाछाप डॉक्टर बनकर गरीबों का इलाज कर रहा था। मंगलवार को पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उसे झोलाछाप डॉक्टर को हिरासत में ले लिया। आरोप है कि डिंडोरी निवासी दशरथ बैरागी 2001 में जनस्वास्थ्य रक्षक के रूप में प्रशिक्षित हुआ था, लेकिन 2010 से उसने रिछाई में अवैध क्लिनिक खोल लिया और खुद को डॉक्टर बताकर इलाज शुरू कर दिया। वह गरीब और मजदूर वर्ग के मरीजों का इलाज केवल 20 रुपए में कर रहा था। अवैध तरीके से इलाज के साथ ही वह हिंदू धर्म विरोधी साहित्य बांटकर लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करता था।
बिना लाइसेंस क्लिनिक, भारी मात्रा में अवैध दवाएं
मामले में कलेक्टर से शिकायत मिलने के बाद प्रशासन ने गंभीरता दिखाई। इसके बाद सीएमएचओ के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों झोलाछाप डॉक्टर के अवैध रूप से संचालित दवाखाने पर छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान दवाओं का स्टॉक मिला साथ ही क्लिनिक चलाने का लाइसेंस नहीं था।
यहां बगैर पंजीकरण के एलोपैथिक दवाओं का स्टॉक किया गया था। विभाग की टीम ने क्लिनिक से करीब 20-25 हजार रुपए की एलोपैथिक दवाएं, इंजेक्शन, मल्टीविटामिन और अन्य मेडिकल सामग्री बरामद की गई। यह क्लिनिक न तो रजिस्टर्ड था और न ही वहां कोई फार्मासिस्ट तैनात था। इसके साथ ही क्लिनिक को सील कर दिया गया।
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हिंदू धर्म विरोधी साहित्य बरामद
कार्रवाई में क्लिनिक से कई ऐसी किताबें भी मिलीं, जिनमें हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां थीं। आरोप है कि ये किताबें मरीजों को दी जाती थीं और उन्हें मानसिक रूप से धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किया जाता था।
विहिप ने किया विरोध प्रदर्शन
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन किया और आरोपी पर संगठित धर्मांतरण का आरोप लगाया। संगठन ने पुलिस को सबूत और धर्मविरोधी पुस्तकों की सूची सौंपी है।
झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ केस
मामले में रांझी थाना पुलिस ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टर पर धार्मिक भावना भड़काने और बिना लाइसेंस इलाज करने की धाराओं में केस दर्ज किया है। स्वास्थ्य विभाग भी दवाओं की जांच कर रहा है।
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