Jabalpur News: जबलपुर में दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS School) में पढ़ने वाले 8वीं के छात्र को हॉस्टल वार्डन ने बूरी तरह पीटा जिससे उसके हाथ में फ्रैक्चर आ गया। छात्र के चेहरे और पीठ पर भी पिटाई के निशान हैं। पेरेंट्स का आरोप है कि बच्चे को एक कान से ठीक से सुनाई भी नहीं दे रहा है। वहीं, मैनेजमेंट आरोपी वार्डन को बचाने की कोशिश कर रहा है। छात्र के माता-पिता बुधवार दोपहर रीवा से जबलपुर पहुंचे और पुलिस से वार्डन की शिकायत की।
फोन पर बिलख बिलख के रोया छात्र
स्कूल के हॉस्टल में मंगलवार को कॉल-डे होता है। यानी बच्चों की बात मोबाइल पर उनके पेरेंट्स से कराई जाती है। इसी दौरान पेरेंट्स से शिकायत करते हुए बच्चा बिलख पड़ा। जिसके बाद पेरेंट्स स्कूल पहुंचे और छात्र से मिले और उसे लेकर पुलिस चौकी पहुंचे। जैसे ही बच्चे से एएसआई उदय सिंह ने इस बारे में पूछा बच्चा उनसे लिपटकर फूट-फूट कर रोने लगा।
घटना के बाद से वार्डन फरार
पीड़ित छात्र ने बताया कि एक हफ्ते पहले एक साथी छात्र से हॉस्टल में उसका झगड़ा हुआ था। इसपर वार्डन ने सभी छात्रों के सामने उसे 100 बार उठक-बैठक की सजा दे दी थी। यह बात स्कूल प्रबंधक शाल्वी प्रजापति को पता चली तो उन्होंने वार्डन मुकेश शर्मा को डांटा। वार्डने ने इसी बात से चिढ़कर छात्र की बुरी तरह पिटाई की। पुलिस ने आरोपी वार्डन पर केस दर्ज कर लिया है। हालांकि वार्डन उस दिन से ही फरार चल रहा है। स्कूल प्रबंंधन का कहना है कि उसने वार्डन को हटा दिया है।
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छात्र के पिता ने स्कूल प्रबंधन पर लगाए वार्डन को भगाने के आरोप
छात्र के पिता ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पब्लिक स्कूल के मैनेजमेंट ने पिटाई करने वाले वार्डन को भगा दिया है। बेटे ने मंगलवार रात फोन पर बताया कि 23 सितंबर की रात वार्डन ने उसकी पिटाई की। पिता का कहना है कि स्कूल प्रबंधन को घटना के बारे में पता था। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं कि गई। वहीं पिटाई करने वाले वार्डन के साथ ही छात्र को इलाज के लिए भेज दिया। जहां किसी डॉक्टर ने हेवी डोज वाली डबल एंटीबायोटिक्स दे दीं।
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