Jabalpur Schools close: मध्यप्रदेश में जबलपुर में लम्बे समय से 10 प्राइमरी स्कूलों में तालाबंदी का खतरा मंडरा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों को बंद करने की पूरी तैयारी कर ली है। विभाग ने इसका प्रस्ताव भी भोपाल भेज दिया है। यदि मंजूरी मिली तो जिले के ग्रामीण इलाकों के इन प्राइमरी स्कूलों पर ताला डल जाएगा।
स्कूलों को बंद करने की वजह DEO ने यह बताई
जानकारी के मुताबिक इन स्कूलों को बंद करने के पीछे स्कूल शिक्षा विभाग का अपना तर्क है। उनका कहन है कि जब स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे ही नहीं होंगे, तो फिर स्कूल का संचालन क्यों किया जाएगा। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) घनश्याम सोनी ने बताया कि इन स्कूलों में जीरो नामांकन हुआ है यानी किसी भी बच्चे ने इन स्कूलों में एडमिशन नहीं लिया। इन सभी स्कूलों में बच्चों की दर्ज संख्या शून्य है। इसलिए इन्हें बंद किया जा रहा है। साथ ही जो कुछ थोड़े बहुत बच्च बचे हैं उन्हें और शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
इस स्कूल में स्टूडेंट भी और रेगुलर क्लासेस
पूरे मामले में जब बंसल न्यूज ने पड़ताल की तो शिक्षा विभाग के दावे की पोल खुल गई। शहर के प्राइमरी गर्ल्स स्कूल- पेशकारी में एक टीचर पदस्थ हैं और पांच छात्राओं ने स्कूल में एडमिशन लिया है। वहां पढ़ाई भी रेगुलर हो रही है। ऐसे में जिला शिक्षा अधिकारी का यह कहना कि सभी स्कूलों में जीरो एडमिशन है। कितना सच है, यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।
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इन 10 प्राइमरी स्कूलों पर लटकी तलवार
- प्राइमरी स्कूल, मिडकी
- मझौली प्राइमरी स्कूल किनगी
- प्राइमरी स्कूल, मनसकरा
- पाटन प्राइमरी स्कूल, छपरी
- प्राइमरी स्कूल, लोहारी
- प्राइमरी स्कूल, मुसवा
- प्राइमरी स्कूल, पेशकारी
- सिहोरा प्राइमरी स्कूल, भीखाखेरा
- प्राइमरी स्कूल,लाला टोला
- प्राइमरी स्कूल, तिलगंवा