हाइलाइट्स
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डोनाल्ड ट्रंप पर हाल ही में हुई थी गोलीबारी
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ईरान कर रहा डोनाल्ड ट्रंप पर हमले की साजिश
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डोनाल्ड ट्रंप पर चुनाव से पहले हो सकता है हमला
Donald Trump: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हाल ही में जानलेवा हमला किया गया था। पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली के दौरान ट्रंप पर गोलीबारी की गई थी।
वहीं, अभी भी ट्रंप पर खतरा मंडरा रहा है। बताया जा रहा है कि ईरान डोनाल्ड ट्रंप पर हमले की साजिश रच रहा है।
चुनाव तक होगा ट्रंप पर हमला?
अमेरिकी सीक्रेट सर्विस को इस बात के प्रमाण मिले हैं कि ईरान नवंबर में होने वाले चुनाव से पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या करने की प्लानिंग कर रहा है।
यूएस के दो वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक बाइडन सरकार को कई सूत्रों से पता चला है कि ट्रंप की जान को खतरा है।
ईरान क्यों करना चाहता है ट्रंप पर हमला?
बता दें कि अमेरिकी सुरक्षा अधिकारी समय-समय पर यह अलर्ट जारी करते हैं कि साल 2020 में ईरानी सैन्य कमांडर कासिम सोलेमानी की हत्या के आदेश के लिए ईरान डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर सकता है।
अधिकारियों ने कहा कि हालांकि इन योजनाओं पर बीते कुछ सालों से विचार किया जा रहा है। हाल की खुफिया जानकारी से तेहरान की कोशिशे भी बढ़ी हैं। उन्होंने आने वाले हफ्तों में ट्रम्प के पर हमले की चेतावनी जताई है।
हालांकि, अमेरिका में एक ईरानी प्रवक्ता ने इन दावों का खंडन किया है। उनका कहना है कि- ‘ये आरोप निराधार और पक्षपातपूर्ण हैं। इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के नजरिए से, ट्रंप एक क्रिमिनल हैं, जिन्हें जनरल सुलेमानिम की हत्या का आदेश देने के लिए कोर्ट में सजा मिलनी चाहिए। ईरान ने उन्हें जवाबदेह ठहराने के लिए कानूनी रास्ता चुना है।’
ट्रंप पर हमले से पहले मिली थी ये जानकारी
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक पेंसिल्वेनिया में पूर्व राष्ट्रपति को मारने की कोशिश करने से पहले अमेरिका को ट्रम्प की हत्या की ईरानी साजिश के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी।
इस दौरान सीक्रेट सर्विस ने पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा बढ़ा दी थी। बता दें कि पेंसिल्वेनिया में एक 20 साल के थॉमस मैथ्यू क्रुक्स ने पूर्व राष्ट्रपति पर हमला किया था।
कौन थे जनरल कासिम सुलेमानी?
मेजर जनरल कासिम सुलेमानी ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) की पांच ब्रांच में से एक कुद्स फोर्स के कमांडर थे। जनरल कासिम पर 3 जनवरी, 2020 में इराक के बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ड्रोन अटैक किया गया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी।
दरअसल, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संसद ने कुद्स फोर्स को आतंकवादी संगठन मानता है। जनरल कासिम की हत्या के आदेश तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिए थे। डोनाल्ड ट्रंप ने जनरल कासिम पर अमेरिकी राजनयिकों और सैन्य कर्मियों पर भयावह हमलों की साजिश रचने का आरोप लगाया था।