iPhone : Apple के स्मार्टफोन लॉन्च हो गए है। आईफोन की 14वीं सीरीज पुराने मॉडल्स से कही ज्यादा महंगी है। अहम बात यह है कि आईफोन की सर्वाधिक कीमत करीब डेढ़ लाख के ऊपर चली जाती है। ऐसे में लोगों के लिए यह फोन जरूरत से ज्यादा महंगा हो जाता है। अब अहम बात यह है कि अमेरिका की तुलना में भारतीय मार्केट में आईफोन की कीमत काफी ज्यादा है।
समझिए कितना है अंतर
दरअसल, अमेरिकी बाजार में तो नए आईफोन्स की कीमत बेहद कॉम्पिटेटिव है लेकिन भारत में यही परिस्थिति बदलती हुई नजर आ रही है। वहीं नए आईफोन ही नहीं बल्कि iPhone SE 2022 जो भारत में अब तक अब 49,900 रुपये में मिल रहा था। अमेरिका में यह डिवाइस लगभग 32 हजार रुपये की कीमत में आता है यानी भारतीय बाजार में कंपनी इस फोन को 10 हजार रुपये ज्यादा कीमत पर दे रही है।
इसके साथ ही हाल में लॉन्च हुए iPhone 14 की अमेरिकी बाजार में कीमत 799 डॉलर (लगभग 63,700 रुपये) से शुरू है। वहीं भारत में यह फोन 79,900 रुपये की शुरुआती कीमत पर लॉन्च हुआ है। यानी दोनों मार्केट्स में अंतर लगभग 16,200 रुपये का है। यह अंतर ही लोगों के मन में यह सवाल पैदा करता है कि आखिर क्यों भारत में आईफोन इतने महंगे हैं।
पार्ट्स की कीमत ज्यादा
दरअसल, रिपोर्ट के मुताबिक भारत में iPhone की असेंबली से कीमत कम नहीं होगी क्योंकि Original Equipment Manufacturers को कंपोनेंट्स पर अभी भी काफी ज्यादा इंपोर्ट ड्यूटी भरनी पड़ती है और कंपनी पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है। आईफोन में इस्तेमाल होने वाले Printed Circuit Board Assembly पर लगभग 20 परसेंट इम्पोर्ट ड्यूटी लगती है। इसी तरह से iPhone चार्जर पर भी 20 परसेंट इम्पोर्ट ड्यूटी है।
लगता है ज्यादा टैक्स
प्रोडक्ट्स पर इम्पोर्ट ड्यूटी के अलावा स्मार्टफोन्स पर 18 परसेंट GST लगता है। इस वक्त भारत में iPhone 12 और iPhone 13 असेंबल किए जाते हैं। इसके अलावा डॉलर और रुपये के बीच बढ़ता गैप भी iPhone की कीमतों में इजाफे का जिम्मेदार है। यही वजह से भारत में ऐपल प्रोडक्ट्स जापान और दुबई के मुकाबले महंगे होते हैं।