Interesting Fact: हम सभी जानते हैं कि मानव हो या पशु-पक्षी सभी के जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन आवश्यक है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है जो पक्षी या जीव अंडे देते हैं वो तो पूरी तरह से बंद होते हैं। ऐसे में उनका अंदर मौजूद चूजा या भ्रूण जीवित कैसे रहता है? जिंदा रहने के लिए उसे ऑक्सीजन कहां से मिलती है? चलिए जानते हैं।
अंडे के अंदर कठोर झिल्लियां होती हैं
अंडा एक कठोर खोल (shell) होता है। जिसे देखने पर ऐसा लगता है कि ये पूरी तरह से पैक है। लेकिन, आपको बता दें कि उसके नीचे झिल्लियां होती हैं। जो हमें समान्य तौर पर दिखाई नहीं देती। झिल्लियों के बीच एक छोटी वायु कोशिका होती है। इसी के अंदर ऑक्सीजन भरी होती है।
अंडे में हजारों की संख्या में होते हैं छिद्र
आपको जानकर हैरानी होगी कि एक अंडे के खोल में 7000 से अधिक छिद्र होते हैं। magnifying glass की मदद से आप इस छोटे-छोटे छिद्र को आसानी से देख पाएंगे। इनमें से ना केवल ऑक्सीजन अंदर जाती है बल्कि कार्बन डाइऑक्साइड बाहर भी आती है। अंडे के अंदर भ्रूण को जो भी पोषण की जरूरत होती है, प्रकृति उन्हें देती है और यह पूरी प्रक्रिया अंडे में मौजूद हजारों कोशिकाओं की मदद से पूरी होती है।
कोशिकाओं की मदद से चूजे को पानी भी मिलता है
मालूम हो कि इन्हीं कोशिकाओं की मदद से चूजे को पानी भी मिलता है। भ्रूण के पूर्ण विकसित हो जाने के बाद विहंग शिशु अंडे रूपी कैदखाने से बाहर आने के लिए अपनी चोंच से बार-बार प्रहार करता है। इससे अंडे के बीचों-बीच या अन्य किसी चौड़े स्थल पर एक दरार हो जाती है, जिससे शिशु बाहर निकल आता है। जब वो बाहर आता है तो एक तरल पदार्थ से भीगा रहता है। लेकिन जल्द ही हवा के संपर्क में आने से सूख जाता है।