नई दिल्ली। भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक जहाज ‘विक्रांत’ INS Vikrant का बुधवार को समुद्र में परीक्षण शुरू हो गया। यह देश में निर्मित सबसे बड़ा और जटिल युद्धपोत है। भारतीय नौसेना ने इसे देश के लिए ‘‘गौरवान्वित करने वाला और ऐतिहासिक’’ दिन बताया और कहा कि भारत उन चुनिंदा देशों में शुमार हो गया है जिनके पास विशिष्ट क्षमता वाला स्वदेशी रूप से डिजाइन किया, निर्मित और एकीकृत अत्याधुनिक विमानवाहक पोत है।
इस जहाज का वजन 40,000 टन है और यह पहली बार समुद्र में परीक्षण के लिए तैयार है। इसके नाम वाले एक जहाज ने 50 साल पहले 1971 के युद्ध में अहम भूमिका निभायी थी। इस विमानवाहक INS Vikrant जहाज को अगले साल के उत्तरार्द्ध में भारतीय नौसेना में शामिल किए जाने की संभावना है।
#INSVikrant, also known as Indigenous Aircraft Carrier 1 (IAC-1), sailed out on Wednesday for its maiden trial into the Arabian Sea which will go on for four days. pic.twitter.com/QLNcmmGmKn
— IANS (@ians_india) August 4, 2021
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा, ‘‘यह भारत के लिए गौरवान्वित करने वाला और ऐतिहासिक दिन है क्योंकि 1971 के युद्ध में जीत में अहम भूमिका निभाने वाले अपने शानदार पूर्ववर्ती जहाज के 50वें साल में आज यह समुद्र में परीक्षण के लिए पहली बार INS Vikrant रवाना हुआ।’’ उन्होंने कहा कि यह भारत में बना सबसे बड़ा और जटिल युद्धपोत है। उन्होंने कहा, ‘‘‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ पहल में यह एक गौरवान्वित करने वाला और ऐतिहासिक क्षण है।’’
(image source twitter: @Anandans76)