भोपाल। बेतूल से कांग्रेस विधायक निलय डागा के यहां आयकर विभाग द्वारा छापेमारी की कार्रवाई अभी भी जारी है। अब तक आयकर विभाग को 450 करोड़ रुपए की अघेषित संपत्ति का ब्योरा मिला है। डागा के 9 बैंक लॉकर्स भी खंगाले जा रहे हैं। इसी तरह 8 करोड़ रुपए नकद मिलने के बाद 44 लाख रुपए से ज्यादा की विदेशी मुद्रा भी बरामद की गई है। आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डागा के परिजनों और कर्मचारियों द्वारा 259 करोड़ रुपए सिर्फ विभिन्न कंपनियों में शेयर में निवेश से कमाना बताया गया है। डागा की अघोषित संपत्तियों में बड़ी राशि शैल कंपनियों में निवेश के जरिए अर्जित की गई है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट लगातार बैतूल स्थित सोया प्रोडक्ट्स मैन्युफेक्चरिंग ग्रुप के बैतूल और सतना, महाराष्ट्र के सोलापुर, मुंबई और बंगाल के कोलकाता में एक साथ कार्रवाई कर रही है। यह कर्रावाई अभी भी जारी है। बता दें कि रविवार रात को पुलिस को 8 करोड़ रुपए नगद मिले थे, जिसके बारे में कंपनी के कर्मचारी कोई जानकारी नहीं दे पाए थे।
फर्जी कंपनियों से बता दिया लेन-देन
बता दें कि डागा के कंपनी की तरफ से पैसों को कंपनी का मुनाफा बताया था। हालांकि आयकर विभाग ने जब ट्रांजेक्शन्स की जांच की तो जिन कंपनियों से लेन-देन हुआ है उनके पते फर्जी निकले। कंपनी द्वारा दिए गए लेन-देन का ब्योरा प्रमाणित नहीं हो सका। कई कंपनियों के पते फर्जी तरीके से बताए गए हैं, इनकी जांच नहीं हो पाई। इन कंपनियों को जिनके नाम से चलाया जा रहा था, उन्हें इससे संबंधित हुए लेनदेन की जानकारी ही नहीं थी। साथ ही, 27 करोड़ रुपए की आमदनी शेयर बेचकर होना बताया गया। हालांकि शेयरों की खरीदी-बिक्री कोलकाता स्थित शैल कंपनियों के जरिए की गई। बता दें कि आयकर विभाग लगातार छापेमार कार्रवाई कर रही है। अभी भी कुछ नए खुलासे हो सकते हैं।