MP Police Assault: इंदौर में पुलिस चेकिंग के दौरान कार सवारों से ब्रीथ टेस्ट देने को कहा तो वे पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। सूबेदार की कॉलर पकड़ ली। एक ने खुद को राष्ट्रीय हिंदू परिषद का प्रदेश अध्यक्ष बताकर गाली-गलौज की। इसका वीडियो कभी सामने आया है।
ब्रीथ एनालाइजर के लिए कहा तो की अभद्रता
मामला सोमवार रात मधुमिलन चौराहे का है। ट्रैफिक पुलिसकर्मी अजय सिंह तोमर और सूबेदार काजिम हुसैन रिजवी मधुमिलन क्षेत्र में चेकिंग पॉइंट पर तैनात थे। इसी दौरान तेज रफ्तार में एक कार आई। पुलिस ने कार सवारों को नशे में ड्राइविंग की आशंका के चलते रोका था। कार में नरेंद्र सिंह बघेल, उसका भाई अनिल और दो अन्य साथी थे। पुलिस ने उन्हें जब सांस जांच (ब्रीथ एनालाइजर) के लिए कहा तो वे अभद्रता करने लगे। उन्होंने पुलिसकर्मी को गालियां देना शुरू कर दिया। इससे दोनों ओर से झगड़ा और बढ़ गया। आरोपियों ने पुलिसकर्मी की कॉलर पकड़कर अभद्रता की। इसके बाद पुलिसकर्मी ने ग्वालटोली थाने वायरलेस से सूचना देकर मदद मांगी।
चार आरोपियों पर केस
पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर कार सवार चार आरोपियों को पकड़कर थाने भेज दिया। ट्रैफिक पुलिसकर्मी अजय सिंह तोमर की शिकायत पर नरेंद्र सिंह बघेल, अनिल, दिनेश कौशल और जुनेय के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा और मारपीट का मामला दर्ज किया गया है।
OBC Reservation पर एमपी High Court का फैसला: 27% आरक्षण देने के निर्देश, 87:13 का फार्मूला किया रद्द
OBC Reservation MP High Court: हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति विवेक जैन की पीठ ने मंगलवार को यूथ फॉर इक्वलिटी की याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें पहले 87:13 के फार्मूले पर सुनवाई की गई थी। इस फैसले के साथ ही राज्य में 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण का रास्ता साफ हो गया है। इसके अलावा, भर्तियों में 13 प्रतिशत आरक्षण पर जो रोक लगी हुई थी, उसे हटाने का मार्ग भी प्रशस्त हो गया है। ओबीसी आरक्षण को लेकर जो विवाद लंबे समय से चल रहा था, उसका भी अब समापन हो गया है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…