Indore NHAI Drone Survey: हाईवे निर्माण के दौरान अवैधअतिक्रमण हटाने और उन्हें चिन्हित करने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI ) नई तकनीकों का उपयोग कर रहा है। इस सिलसिले में 4 प्रमुख राजमार्गो का सर्वे करने और अतिक्रमण को चिन्हित करने के लिए ड्रोन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का सहारा लिया गया। इंदौर संभाग के 360 किलोमीटर में आने वाले चार प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों का सर्वे किया गया है, जिसमें एक हजार से अधिक अतिक्रमण चिह्नित किए गए है।
इतने अतिक्रमण आये सामने
एनएचएआई ने देश भर में विभिन्न राजमार्गो में अतिक्रमण और बाधक तत्व को पहचान की ,जिसके लिए ड्रोन तकनीक और एआई तकनीक सहारा लिया इस सर्वे में इंदौर के प्रमुख 4 राजमार्गो को भी शामिल किया गया था जिसमें एनएच 52 और एनएच 47 जैसे प्रमुख मार्गों पर बड़ी संख्या में अवैध अतिक्रमण सामने आए है।
ड्रोन से बनाया गया वीडियो
अगस्त से नवंबर 2024 के बीच ड्रोन सर्वे किया गया था। और राजमार्गो का ड्रोन से वीडियो बनाया गया था इसे ai टूल में डालकर अवैध अतिक्रमण की पहचान की गई थी। इसमें सड़क किनारे खड़े ट्रक, निर्माण सामग्री, अस्थायी दुकानें और अन्य रुकावटें शामिल थे बाद में भौतिक सर्वे भी किया गया था।
हटाएँ जायेंगें अतिक्रमण
सर्वे से मिले डाटा के आधार पर अब एनएचएआई अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया में जुटा है लेकिन इससे पहले एनएचएआई और जिला प्रशासन मिलकर अतिक्रमण व बाधकों का भौतिक सर्वे करेगा। फिर लोगो की अपपत्तियों को आमंत्रित करेगा ।इस व्यवस्था से भविष्य में हाईवे प्रोजेक्ट में गुणवत्ता आएगी बल्कि सही समय में काम पूरा हो पायेगा साथ ही इससे बिना रूकावट के काम हो पायेगा
अंतिम सर्वे अभी बाकि
कई प्रोजेक्ट में ड्रोन सर्वे का इस्तेमाल किया है। हवाई सर्वे से मिले डेटा की पुष्टि के बाद वास्तविक अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया करेंगे। वैसे ड्रोन तकनीक से सटीकता बढ़ी है। चार प्रमुख राजमार्ग में कुछ ऐसे भी बाधक को चिह्नित किया है, जो अस्थायी है। सर्वे में सड़क किनारें खड़े ट्रक या अन्य अस्थायी वस्तुएं भी अतिक्रमण के रूप में चिह्नित किया है, इसलिए इनका अंतिम सत्यापन किया जाएगा। भौतिक सर्वे की रिपोर्ट आना बाकी है।