इंदौर। लोकायुक्त पुलिस ने मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में कृषि उपज मंडी के एक सहायक उप निरीक्षक को अनाज कारोबारी से 12,000 रुपये की घूस लेने के आरोप में मंगलवार को रंगे हाथों पकड़ लिया। लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि इंदौर से करीब 135 किलोमीटर दूर पंधाना की कृषि उपज मंडी के सहायक उप निरीक्षक सुनील वास्कले को उसके सरकारी कार्यालय में रंगे हाथों पकड़ा गया, जब वह अनाज कारोबारी महेंद्र अग्रवाल से कथित घूस के रूप में 12,000 रुपये रुपये ले रहा था। उन्होंने बताया कि मंडी अफसरों की अनुचित मांग से तंग आने के बाद अग्रवाल ने ही लोकायुक्त पुलिस को उनकी घूसखोरी के बारे में शिकायत की थी। डीएसपी ने शिकायत के हवाले से बताया कि वास्कले और पंधाना की कृषि उपज मंडी के दो अन्य सहायक उपनिरीक्षकों ने अग्रवाल के गोदाम में 141 क्विंटल मक्का के भंडारण को लेकर उन्हें कथित धमकी दी थी कि अगर उन्होंने उन्हें रिश्वत नहीं दी, तो मंडी शुल्क चोरी का मामला बनाकर उनकी फर्म पर तगड़ा जुर्माना लगा दिया जाएगा।
मामला दर्ज
बघेल ने बताया कि रिश्वतखोरी के आरोप में तीनों मंडी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीएसपी के मुताबिक आरोपियों को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। बॉन्ड भरवाकर उन्हें इस बात के लिए कानूनन पाबंद किया गया है कि घूसखोरी के मामले की जांच के संबंध में उन्हें जब भी बुलाया जाएगा, वे लोकायुक्त पुलिस के सामने तय तारीख को हाजिर होंगे।बघेल ने बताया कि इस मामले में पंधाना की कृषि उपज मंडी के सचिव और क्षेत्र के अनुविभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) की संदिग्ध भूमिका की भी जांच की जा रही है।